लालकुंआ, सचिन गुप्ता- अगर आप लिक्विड और पैक्ड मिल्क इस्तमाल कर रहें हैं तो ज़रा सावधान हो जाइए क्योंकि हो सकता है कि, जो दूध आपको मिले उसमें ऐसा मिल्क पाउडर मिला हो जिसकी मियाद पूरी हो चुकी हो बावजूद इसके वो दूध बनाने वालों के गोदाम में सलीके से संभाल कर रखा गया हो।
जी हां लालकुआं में स्थित प्रदेश के मशहूर सहकारी दुग्ध संघ आंचल में भारी मात्रा में ऐसा दूध पावडर रखा हुआ है जिसकी बेस्ट बिफोर की तारीख दो महीने पहले ही निकल चुकी है।
हालांकि अधिकारी ये मानने को तैयार ही नहीं कि मिल्क पाउडर एक्सपाइरी डेट का है। सरकार की नाक के नीचे चलने वाले सहकारी दुग्ध संघ के गोदाम में भारी मात्रा में मौजूद ऐसा मिल्क पाउडर शक पैदा कर रहा है, कि आखिर उसे क्यों संभाला हुआ है।
कहीं ऐसा तो नहीं कि, दुग्ध संघ के अधिकारी जनता की सेहत के बजाए मिल्क पावडर कंपनी की सेहत बनाने की जुगत भिड़ा रहे हों। इतना ही नहीं रिसाइकल के लिए बाजार से वापस आये दूध की साफ-सफाई पर सवालिया निशान लगा है। बहरहाल सच क्या है इसका पता तो जांच से ही चल सकता है लेकिन बड़ा सवाल ये कि क्या दुग्ध संघ के इस कारनामें की जांच हो पाएगी ?