सतपुली : पौड़ी गढ़वाल जिले के नगर पंचातय क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सतपुली में निकाय चुनाव को लेकर काफी उत्साह लोगों में देखने को मिल रहा है. इस बार भाजपा औऱ यूकेडी प्रत्याशी के बीज कांटे की टक्कर है. जिसमें यूकेडी से प्रत्याशी मीन डंगवाल मैदान में उतरी हैं तो वहीं भाजपा से अंजना वर्मा मैदान में उतरी है. ये सिर्फ दो महिलाओं के बीच की कांटे की टक्कर नहीं है बल्कि दो पार्टियों यानी सत्ताधारी सरकार और यूकेडी के बीच की टक्कर है. क्यों कि एक तरफ सत्ताधारी सरकार की उम्मीदवार हैं तो वहीं दूसरी ओर यूकेडी की मीन डंगवाल भाजपा प्रत्याशी को कांटे की टक्कर दे रही है.
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में भाजपा-यूकेडी की कांटे की टक्कर
और खास बात ये है कि ये मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र है जिसमें नए बने सतपुली नगर पंचायत में पहली बार चुनाव होने जा रहा है. आपको बता दें सतपुली विधानसभा चौबट्टाखाल के तहत आती है. यहां से तीरथ सिंह रावत विधायक रहे हैं.
बीजेपी ने नहीं दिया टिकट तो खफा हुए भाजपा कार्यकर्ता रहे जगदंबा डंगवाल
वहीं यहां बीजेपी के अपने ही लोग उन्हें हराने के लिए मैदान में उतर गए हैं. जी हां भाजपा के विधायक प्रतिनिधि रहे जगदंबा डंगवाल ने अपनी पत्नी मीनू डंगवाल के लिए बीजेपी से टिकट की मांग की थी. लेकिन उनको टिकट नहीं दिया गया. जिसके बाद से पार्टी से नाराज होकर उन्होंने यूकेडी ज्वॉइन की औऱ अपनी पत्नी मीनू को उत्तराखंड क्रांति दल से टिकट लेकर अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में उतारा है.
मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पर लगाया आरोप
वहींजगदंबा डंगवाल का कहना है कि दो बार लगातार ग्राम प्रधान रहने के साथ भाजपा के लिए निरंतर ईमानदारी से काम करते आए लेकिन लेकिन जब उन्होंने इस चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद पर अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग की तो पार्टी ने उनको किनारे कर दिया. साथ पूर्व प्रधान जगदंबा डंगवाल ने सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज जो कि वर्तमान में चौबट्टाखाल से विधायक हैं, उनके पीआरओ इन दिनों सतपुली के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता को पैसों का प्रलोभन देकर लुभाने का प्रयास किया जा रहा है.
http://सतपाल महाराज का सतपुली की जनता से वादा, बीजेपी को जिताओगे तो….