कानपुर एंकाउंटर यानी की 8 पुलिसकर्मियों का हत्या आज उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया है। जानकारी मिली है कि वो मंदिर के दर्शन करने गया था और उसने वहां 250 रुपये की पर्जी कटाई थी। उसने अपना नाम विकास दुबे बताया था। सुरक्षाकर्मियों को उस पर शक हो गया था। जिसके बाद उसने खुद मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को कहा कि वो विकास दुबे है। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने इसकी जानकारी एमपी पुलिस को दी और मौके पर पुलिस पहुंची।
उज्जैन मंदिर का एस सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमे पुलिसकर्मी विकास दुबे को पकड़कर ले जा रहे है। आप देख सकते हैं कि सिर्फ दो पुलिसकर्मी कुख्यात को पकड़कर ले जा रहे हैं। बाकि उनके पीछे भाग रहे है। कुख्यात का मंदिर के अंदर की एक फोटो भी वायरल हो रही है जिसने वो नि़डर होकर खड़ा है और फोटो खिंचा रहा है।
एमपी कैसे पहुंचा दुबे, साथ में कौन था?
बड़ा सवाल ये है कि आखिर विकास दुबे एमपी कैसे पहुंचा जबकि पुलिस और सरकार सभी सीमाएं सील होने का दावा कररही थी। वहीं सवाल ये भी है कि विकास दुबे के साथ कौन था जो फोटो खींच रहा था और वो कौन था जिसने साइड से विकास दुबे की फोटो खींची। खबर है कि साइड से फोटो खींचने वाला सुरक्षाकर्मी थी जिसे शक हो गया था कि ये विकास दुबे है। क्योंकि जब विकास दुबे ने 250 की फोटो खिंचाई थी तो उसने अपना नाम विकास दुबे बताया था जिसके बाद सुरक्षागार्डों को शक हो गया था। फिर वो दर्शन करने गया और दर्शन करके लौटा तब उसने सुरक्षागार्ड को कहा कि वो विकास दुबे है कानपुर वाला.