हल्द्वानी : प्याज के दामों में हो रही लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए जिला प्रशासन ने हल्द्वानी सब्जी मंडी के थोक और फुटकर विक्रेताओं पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं. एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट लगातार प्याज विक्रेताओं पर अपनी नजर बनाये हुए है. इसी क्रम में कई जगह प्रशासनिक अधिकारियों ने छापेमारी भी की है, लेकिन अभी तक कोई भी थोक विक्रेता ऐसा नहीं मिला जिसके पास स्टॉक से अधिक प्याज मिला हो, लेकिन जिला प्रशासन ने प्याज रखने की अधिकतम सीमा तय कर दी है.
हल्द्वानी में थोक विक्रेता अपने पास 500 क्विंटल प्याज और फुटकर विक्रेता 100 कुंटल प्याज रख सकते हैं. इससे ज्यादा प्याज का स्टॉक अगर पाया गया तो उचित कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है. सिटी मजिस्ट्रेट के मुताबिक अगर कोई थोक विक्रेता प्याज को स्टॉक कर प्याज के मूल्यों को परिवर्तित या प्रभावित करने का काम करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। हालांकि हल्द्वानी में अब तक जहां-जहां प्रशासन ने अपनी छापेमारी की है वहां अधिकतम स्टॉक की सीमा से ज्यादा प्याज नहीं मिला है. हालांकि अभी हल्द्वानी में प्याज की कीमत 100 से 120 प्रति किलो है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है की प्याज की बढ़ती हुई कीमतों को देखते हुए प्याज की जमाखोरी हो सकती है. लिहाजा प्रशासन ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखें और तुरंत कार्रवाई करे.
प्याज लोगों के आंसू निकाल रहा है, आसमान छूती प्याज़ की कीमतों से रसोई का बजट भी बिगड़ गया है जो लोग घर से यह सोचकर सब्जी खरीदने आ रहे हैं कि प्याज कम से कम खरीद लें वह भी प्याज की कीमतें सुनकर वापस जा रहे हैं, ग्राहक यह बता रहे हैं कि कुछ दिन प्याज को सब्जी से अलग ही रहने दें तो बेहतर है, क्योंकि अगर एक पाव प्याज भी लाएंगे तो कीमत करीब 25 से 30 रुपए के आसपास होगी, लेकिन 1 किलो प्याज़ खरीद पाने की स्थिति में नहीं है, प्याज विक्रेताओं और गृहणियों के मुताबिक बाहर से ही प्याज 70 से 80 किलो आ रही है लिहाजा उससे ज्यादा कीमत में ही प्याज बेचनी पड़ी है क्योंकि उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है।