पुलिस का नया खेल तब देखने को मिला जब पुलिस को 1 करोड़ रुपये लुटेरों से बरामद हुए लेकिन पुलिस ने 40 लाख की ही बरामदगी दिखाई. लेकिन जब खुलासा हुआ तो पता चला कि पुलिस को 40 नहीं बल्कि 1 करोड़ रुपये लुटेरों से बरामद हुए थे. इसके बाद एसएचओ समेत कइय़ों पर गाज गिरी.
ऐसे आई सच्चाई सामने
दरअसल दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद स्थित लिंक रोड थाने की एसएचओ क्ष्मी चौहान समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. लक्ष्मी चौहान और उनके साथ सस्पेंड हुए बाकी सभी पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि इन सबने मिलकर लुटेरों से बरामद करीब एक करोड़ की रकम में से 60-65 लाख रुपये गायब करने की कोशिश की. मामले का भंडाफोड़ सीसीटीवी फुटेज और लुटेरों के बयान से हुआ. पूरे घटनाक्रम की पुष्टि गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को की.
जांच में लिंक रोड थाना पुलिस के खुलासे से भी बड़ा निकला
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि करीब साढ़े तीन महीने पहले बैंक के एटीएम में रकम जमा कराने वाले कुछ कर्मचारियों ने करीब 3 करोड़ रुपये गायब कर दिए थे. उस वक्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. उस मामले की जांच जारी थी. पूरे मामले के पर्दाफाश में जिला पुलिस अधिकारियों को शक हुआ. लिहाजा, आधी रात को एसएसपी गाजियाबाद ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी(सीओ) राकेश कुमार मिश्र से कराई. पकड़े गये लुटेरों ने क्षेत्राधिकारी की जांच में जो खुलासा किया वो, लिंक रोड थाना पुलिस के खुलासे से भी बड़ा निकला.
लुटेरों ने क्षेत्राधिकारी को बताया – 1करोड़ रुपये पुलिस ने बरामद किए
लिंक रोड थाना पुलिस सूत्रों ने बताया कि लुटेरों ने क्षेत्राधिकारी को बताया कि उनसे 40-45 लाख नहीं बल्कि करीब एक करोड़ रुपये, लिंक रोड पुलिस ने बरामद किए हैं. ऐसे में सवाल यह उठा कि आखिर बरामद हुई बाकी करीब 60-65 लाख की रकम कहां है?
एसएसपी गाजियाबाद सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि उस फुटेज में लिंक रोड की थाना प्रभारी लक्ष्मी चौहान, कुछ अन्य लोगों के साथ रकम को खुद ही इधर से उधर करती हुई साफ-साफ दिखाई दे रही हैं. एसएसपी ने बताया कि पूरे मामले में संदिग्ध भूमिका पाये जाने के चलते, लिंक रोड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान सहित 7 पुलिसकर्मियों को पहले लाइन हाजिर किया गया था. बाद में इन सबको निलंबित करके उच्च-स्तरीय जांच करवा रहा हूं