हरिद्वार- धर्मनगरी हरिद्वार में आजकल जिलाधिकारी दीपक रावत ने सभी अधिकारियो की नींद उडा कर रखी है औऱ अवैध काम करने वालों को झकझोरकर रखा है. जिसके चलते सभी विभागों में हड़कम्प मच गया है क्योंकि कार्यवाही के दौरान विभागों में बड़ी धांधलेबाजी भी पकड़ में आ रही है जिससे जनपद वासियो में भी भारी उत्साह है.
मेडीकल स्टोरों में छापेमारी
आप को बता दे की कल जिलाधिकारी ने अवैध रूप से चल रहे एक मेडिकल स्टोर पर बड़ी कार्यवाही कि, मेडिकल स्टोर संचालक के पास लाइसेंस नहीं था। वही उसका लाइसेंस धारक विदेश में रहता था इस तरह के ना जाने कितने मेडिकल स्टोर अवैध रूप से दवाई बेच कर जहां मरीजों को धोखा दे रहे हैं, ऐसे में आननफानन में कई मेडिकल स्टोर अपनी दूकान बंद करके चलते बने ,क्यूंकि कहीं न कहीं वो भी सेंधमारी का काम कर रहे होंगे.
मरीज हो रहे महंगी दवाई खरीदने में मजबूर
हरिद्वार जिला चिकित्सालय में रेबीज़ के इंजेक्शन मौजूद होने के बाबजूद बाहर से खरीदने को मज़बूर किया जा रहा था जिसके चलते डीएम दीपक रावत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरती ढौंडियाल को जमकर लताड़ा उन्होंने कहा कि जब हॉस्पिटल में रेबीज़ के इंजेक्शन मौजूद है तो क्यों बहार से मंगवाया जा रहा है .
इसके साथ ही उन्होंने सभी दवाइयों का चेकअप किया जिस में भारी झोलझाल मिलने के बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और मौजूदा चिकित्सा अधिकारी को हॉस्पिटल के लिये तुरंत 1 लाख की राशि भी स्वीकृत की.
आपको बता दें कि चिकित्सालय में जो डॉक्टर छुट्टी पर जायेंगे उनको भी आला अधिकारियो को अवगत करने के बाद ही छुट्टी स्वीकृत की जायगी इसके साथ फ़र्ज़ी मेडिकल और चार महीनो से वेतन न मिलने पर भी कारवाही की जायगी,.
एक महिला के फोन पर आज जिलाधिकारी दीपक रावत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हरिद्वार के जिला चिकित्सालय में छापेमारी की जिसमें बड़ी अनियमितताएं मिली मौके पर मौजूद मरीजों के द्वारा 160 रुपये भी वापस कराएं जो की उन्होंने इंजेक्शन को खरीदने में खर्च किये थे ,इससे मरीजों में भारी उत्साह देखने को मिला
जिला अधिकारी की कारवाही से अब हरिद्वार के लोगो में विश्वास पैदा हो गया है जिसके चलते, अब आम जन कहीं भी कभी भी कोई धांधलेबाज़ी नज़र आते ही जिलाधिकारी द्वारा कार्यवाही की बात कर रहा है ,अब देखने वाली बात ये होगी के ये कार्यवाही कब तक