देहरादून : सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र में लापरवाही बरतने वाले पीडब्लूडी के अधिकारियों पर गाज गिरी. दरअसल मामला देहरादून के थाना क्षेत्र के पुल से जुड़ा है जहां पर बीते दिनों बरसात के बाद जब सीएम ने मौके पर निरिक्षण किया तो पाया की पुल में कई कमियां हैं। साथ ही पुल में दरारें भी आ गयी थी जिसके बाद सीएम रावत ने इस मामले में जाँच के आदेश दिए थे।
कराई गई कइयों से जांच
देहरादून के थाना-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रहे पुल की गुणवत्ता की जांच के बाद चार इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए। ये सस्पेंसन सिर्फ एक या दो जाँच से नहीं हुआ बल्कि पुल की गुणवत्ता जांचने के लिए लोनिवि के प्रमुख अभियंता आरसी पुरोहित से प्रारंभिक जांच करवाई गयी. श्री राम इंस्टिट्यूट से गुणवत्ता की जाँच करवाई गयी जबकि डिजाइन की जाँच पौड़ी इंजीनियरिंग से करवाई गयी. इसमें डिजाइन भी फेल था.
बिना डिजाइन के बनाया पुल
वहीं इसके बाद जिन्होंने डिजाइन बनाया था उनसे भी पूछताछ की गयी तो सामना आया की पुल बिना डिजाइन के ही बना दिया गया था। अब सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साफ किया है कि ऐसे किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जायेगा जो जनता की जान के साथ खिलवाड़ करेगा।