हल्द्वानी,संवाददाता- गैरसैंण को सूबे में सियासी दलों ने फुटबाल सा बना दिया है। पिछले 16 सालों से सब चुनाव के वक्त गैरसैंण-गैरसैंण खेलने लग जाते हैं।आज ये आलम है कि इस मैच का अभी तक फैसला नहीं हो पाया। कोई कहता है कि हमने सकंल्प विधेयक प्रस्तुत किया था तो कोई कहता है कि हम गैरसैंण में सत्र आयोजित करवा रहे हैं और अवस्थापना कार्य करवा रहे हैं। मतलब साफ है कि गैरसैंँण राजनीति का एक बड़ा मसला बन गया है। सूबे कि वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहती हैं कि विपक्ष गैरसैण के मसले पर एकजुट नही है। उन्होने भाजपा को आरोपों के कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उनके हरिद्धार के विधायक और नेता गैरसैण का विरोध करते है जबकि चमोली के विधायक गैरसैण के पक्ष मे रहते है। जबकि उन्होने कहा कि राज्य की राजधानी उस जगह बनायी जानी चाहिए जहाॅ पर बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जा सके।