देहरादून: प्रदेश में नौकरशाह मनमानी पर उतर आए हैं। उनके लिए मंत्रियों के आदेश ही कोई मायने नहीं रखते। ऐसे में जनता क्या उम्मीद करेगी। सीएम भी इस पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। ताजा मामला शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से जुड़ा है। उन्होंने शिक्षा सचिव और अन्य अधिकारियों को फीस एक्ट को लेकर काम सौंपा था, लेकिन अधिकारियों ने काम नहीं किया, जिससे अरविंद पांडे खासे नाराज हैं। अब वो अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।
दरअसल, पिछले दिनों अरविंद पांडे के बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। तब से वे घर पर ही थे, लेकिन अब वो लौट आए हैं। उन्होंने अधिकारियों को फीस एक्ट को लेकर जिलाधिकारियों को गाइडलाइन जारी करने के लिए कहा था, लेकिन अधिकारियों ने गाइडलाइन जारी ही नहीं की। एक माह से अधिक समय गुजरने के बाद भी गाइडलाइन जारी नहीं की गई।
साथ ही चुनाव आचार संहिता कि दौरान अधिकारियों को स्कूलों में एनसीआरटी की पुस्तकों की माॅनिटरिंग करने को भी कहा था, लेकिन अधिकारियों ने उनके इस निर्देश की भी अनदेखी की। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को सालों से दुर्गम में सेवाएं दे रहे शिक्षकों को सुगम में लाने के निर्देश दिए थे, लेकिन उस पर भी अमल नहीं किया गया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब वो सीएम से अधिकारियों की शिकायत करेंगे।