देहरादून। आबकारी विभाग के अफसर इन दिनों अपने ही मंत्री के खिलाफ साजिशें रचने में मशगूल हैं। हालात ये हैं कि अपने ही मंत्री के खिलाफ खबरें गढ़ीं जा रहीं हैं वो भी ‘ऊपरवाले की शह’ का हवाला देकर सीना चौड़ा करते हुए। आबकारी विभाग की नीतियां बनाने और उन्हें लागू कराने में भी जमकर खेल हो रहा है। आबकारी विभाग के आला अधिकारियों के एक गुट ने मंत्री के आदेशों और सामान्य नियमों की अनदेखी का दुस्साहस भी एक सामान्य ट्रेंड बना लिया है। हाल ही में देहरादून में शराब की एक दुकान को नियत स्थान से हटा कर दूसरे स्थान पर खुलवा दिया गया। सूत्रों की माने तो इस संंबंध में आबकारी विभाग की कमान संभाल रहे मंत्री प्रकाश प्रकाश पंत ने अधिकारियों को शराब की दुकान नियत स्थान पर ही खोलने के लिए कहा लेकिन अधिकारियों ने मंत्री के आदेशों को भी दरकिनार कर दिया। अपने चहेतों के लिए नियम काएदों को ताख पर रखकर दुकानें खुलवाई जा रहीं हैं।
हाल ही में गांधी रोड से पास दुकान को हरिद्वार रोड पर खुलवा दिया गया। जहां ट्रैफिक जाम की समस्या पर जब मंत्री जी ने उस दुकान को नियत स्थान पर ले जाने को कहा तब भी देहरादून के डीओ ने भी मंत्री की बात को उचित न समझते हुए अपनी मनमर्जी चलाते हुए उक्त दुकान मालिक से मोटी डील कर ली और फिर अपने एक चहेते पत्रकार को बुलाकर उस डील में मंत्री का नाम लगा दिया। आबकारी विभाग में बैठे हुए अफसर इन दिनों अपने मंत्री को बदनाम करवाने में जुटे हुए हैं। ये किसकी शह पर हो रहा है ये तो नहीं पता लेकिन कल जिस तरह एक राष्ट्रीय चैनल पर आबकारी नीति को लेकर सरकार की धज्जियां उड़ी उसमें आबकारी निदेशालय के एक बड़े अफसर का खुल्लम खुल्ला हाथ बताया जा रहा है।
खबरें हैं कि अाबकारी विभाग के अफसर सोच समझ कर ऐसी नीतियां बना रहें हैं जो सरकार और मंत्री की किरकिरी कराए। नीतियों के क्रियान्वयन में भी अफसर ऐसी कोताही बरत रहें हैं जो विभाग के लिए उपहास का विषय बने।