देहरादून : वो भी क्या नजारा होगा जब एक अधिकारी पिता अपनी ही बेटी को सैल्यूट करेंगे। अधिकारी पिता के लिए भी वो क्या पल होगा जब उनकी बिटिया उनसे ऊंचे पर पर होगी और पिता उसे सैल्यूट करेंगे। जी हां ऐसा ही महसूस हुआ विशाखा डबराल के पिता को जो कि उत्तराखंड पुलिस में अधिकारी हैं और उनकी बेटी विशाखा ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 134वीं रैंक हासिल की है। बेटी की ये उपलब्धि हासिल करने से पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। हर कोई यही मिसाल दे रहा है कि अब अधिकारी पिता अफसर बिटिया को सैल्यूट करेंगे। आपको बता दें कि विशाखा गुजरात कैडर में आईपीएस अफसर हैं औऱ विशाखा के पिता बीपी डबराल उत्तराखंड पुलिस में अधिकारी हैं और वर्तमान में हरिद्वार सीओ ट्रैफिक की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. उनका परिवार देहरादून में रहता है। बेटी की इस उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
पिता खुद पुलिस अधिकारी और बेटी आईएएस अधिकारी
आपको बता दें कि यूपीएससी में 134वीं रैंक हासिल करने वाली विशाखा का परिवार देहरादून के तुनवाला में रहता है। शुक्रवार का दिन परिवार के लिए खुशियां लेकर आया। उस परिवार के लिए और उस पिता के लिए क्या पल है जब पिता खुद पुलिस अधिकारी और बेटी आईएएस अधिकारी। बेटी पिता से भी ऊंचे पद पर आसीन होंगी और कोई न कोई मौक ऐसा होगा जब पिता बेटी को सैल्यूट करेंगे। इस पर विशाखा का कहना है कि भले ही पुलिस महकमे में उनके पापा उन्हें सैल्यूट करें, लेकिन बेटी को आगे बढ़ाने के मामले में मैं उन्हें हमेशा सैल्यूट करूंगी।
2016 पहली परीक्षा में असफल हुईं थी
मिली जानकारी के अनुसार विशाखा ने 12वीं तक की पढ़ाई गुरुनानक एकेडमी से की और इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से बीए किया। बीए में विशाखा ने इतिहास और अर्थशास्त्र में दिलचस्पी दिखाई और इन्हे पढ़ा। वहीं वर्ष 2015 में ग्रेजुएशन के बाद विशाखा ने सिविल की तैयारी शुरू कर दी। खुद पढ़ाई कर 2016 में सिविल सेवा परीक्षा दी लेकिन असफल रही लेकिन विशाखा निराश नहीं हुई बल्कि फिर से तैयारी में जुट गई। विशाखा ने हिम्मत नहीं हारी।
2 साल बाद फिर से दी परीक्षा और रैंक में लगाई छलांग
आपको बता दें कि देहरादून की विशाखा ने दो साल बाद फिर सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने 2018 में आए सिविल सेवा परीक्षा-2017 के परिणामों में देशभर में 134वीं रैंक पाई थी। वर्तमान में वह गुजरात कैडर की आईपीएस हैं। विशाखा आईपीएस तो बन गईं लेकिन उन्होंने रैंक सुधार के लिए फिर से सिविल सेवा परीक्षा-2019 दी। हालांकि इसमें भी उन्होंने 134वीं रैंक हासिल की है।