हरिद्वार जिले में फर्जी शिक्षकों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। अब तक 25 से अधिक शिक्षक एसआईटी जांच में फर्जी पाए गए हैं जिससे शिक्षा विभाग में भी हड़कम्प मचा हुआ है।
वहीं पिछले दिनों रुड़की ब्लॉक में चार शिक्षकों के मूल निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर उनकी सेवाए समाप्त की गई हैं जिनमें तीन शिक्षक एक ही स्कूल में तैनात थे। साथ ही शिक्षकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज भी किये गए हैं। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल शिक्षा विभाग पर उठना भी लाजमी है कि इतने लंबे समय से शिक्षक स्कूल के बच्चों को पढा रहे थे उनपर आज तक कार्यवाही क्यों नहीं की गयी है ये बड़ा सवाल है।
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक ब्रह्पाल सैनी का कहना है कि कई शिक्षको के फर्जी प्रमाण पत्रों के मामले में सेवाये समाप्त की गयी है। साथ की कई और शिक्षको की जाँच एसआईटी में चल रही है उसके बाद कार्यवाही की जाएगी। फर्जी तरीके से जिन शिक्षको को तैनाती मिली होगी उनके खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है।