पौड़ी गढ़वाल : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने की मां गंगा की आरती की। पैतृक गांव में उन्होंने कुलदेवी की पूजा की और गांव वालों से मिले। सबके साथ गढ़वाली में बात की। अजीत डोभाल घर के टूटने और मकान के अवशेष देख दुखी हुए। वापसी के दौरान परमार्थ निकेतन में विश्राम किया । रविवार की सुबह वो दिल्ली के लिए रवाना हुए।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे के आखिरी दिन परमार्थ निकेतन पहुंचे। उन्होंने विश्व शांति और देश की सुरक्षा के लिए मां गंगा की आरती की। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ में उपस्थित रही। रविवार की सुबह अजीत डोभाल दिल्ली के लिए रवाना हुए। बता दें कि शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने पैतृक गांव घीड़ी से वापस परमार्थ निकेतन पहुंचे। यहां उन्होंने अपने परिवार के साथ स्वामी चिदानंद मुनि से आशीर्वाद प्राप्त किया। मौके पर अजीत डोभाल ने मां गंगा की आरती भी की। इस दौरान उन्होंने गायत्री मंत्र का जाप करते हुए हवन किया। पूर्ण रूप से गोपनीय और पर्सनल कार्यक्रम होने की वजह से मीडिया को कवरेज करने की इजाजत नहीं मिली। बामुश्किल किसी तरह कुछ तस्वीरें कैमरे में जरूर कैद हो सकी। सूत्रों ने बताया कि अजीत डोभाल ने विश्व शांति और देश की सुरक्षा को लेकर मां गंगा से विशेष प्रार्थना की है।
मौके पर स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने रुद्राक्ष का पौधा बैठकर अजीत डोभाल का स्वागत किया। चिदानंद मुनि महाराज ने बताया कि उनके बीच गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को लेकर कुछ वार्तालाप भी हुई है। ज्ञात हो कि अपने पैतृक गांव जाते समय भी अजीत डोभाल ने परमार्थ आश्रम में विश्राम किया था। तभी भी अजीत डोभाल ने मीडिया से दूरी बनाए रखी थी।
डोभाल ने मंदिर समिति कार्यालय में चाय पीते हुए वहां मौजूद लोगों से गढ़वाली में ही बात की, जिससे वहां मौजूद सभी उनकी गढ़वाली की तारीफ किए बिना नहीं रह पाए। मंदिर समिति कार्यालय में उन्होंने मंदिर समिति के पदाधिकारियों के साथ चाय पी और फिर बिना देरी के वापस लौट गए। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर से बाहर खड़े ग्रामीणों को भी दोनों हाथ जोड़ उनका अभिवादन किया। साथ ही उनके कारण माता के दर्शनों को हुए विलंब के लिए क्षमा मांगी।