नई दिल्ली- पूरी दुनिया आज इंटरनेट का इस्तेमाल कर रही है बिना इंटरनेट के आज सब कुछ असम्भव सा लगता है…दो मिनट अगर नेट खत्म हो जाए या नेट ना चलें तो हाए-तौबा हो जाती है..और अगर कोई मूवी या यू-ट्यूब देखते समय स्पीड कम हो जाए तो टेंशन होने लगती है गुस्सा आने लगते है…बहुच जल्द अब ये समस्या खत्म हो जाएगी. जी हां भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने मंगलवार को लोगों को समान इंटरनेट उपलब्ध कराने के लिए नेट निरपेक्षता पर अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दीं हैं। साथ ही ये भी कहा कि किसी भी प्रकार की मनमानी या भेदभाव स्वीकार नहीं किया जाएगा। ट्राई ने स्पष्ट किया कि इंटरनेट सेवा प्रदाता किसी वेब ट्रैफिक को न तो ब्लाक कर सकेंगे न ही ज्यादा भुगतान के एवज में तेज इंटरनेट की सुविधा दे सकेंगे।
भेदभाव वाले करार भी नहीं
अब दूरसंचार या टेक कंपनियां किसी के साथ ऐसा करार नहीं करेंगी जिससे भेदभाव की स्थिति पैदा करती हो। ये नियम कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन समेत सभी माध्यमों पर लागू होंगे।
ट्राई ने इस भेदभाव निति को रोकने के लिए कंपनियों के लाइसेंस नियमों में बदलाव की सिफारिश की है। साथ ही नेट निरपेक्षता के आरोपों की जांच के लिए बहुपक्षीय निकाय बनाने का भी सुझाव दिया है। इस समूह में दूरसंचार और इंटरनेट सेवाप्रदाता कंपनियां, सामग्री प्रदाता, नागरिक समाज, संगठन और उपभोक्ता प्रतिनिधि शामिल होंगे।
दुनिया भर में नेट निरपेक्षता के समर्थक इस सिद्धांत का समर्थन कर रहे हैं कि समूचे इंटरनेट ट्रैफिक तक सभी को समान शर्तो के साथ पहुंच सुनिश्चित हों। इसमें किसी तरह का भेदभाव न किया जाए, ताकि सब डिजिटल तरीके से शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।