टिहरी- सूबे के सहकारी बैंकों में पिछले दिनो हुई नियुक्तियां शक के घेरे में हैं। पिथौरागढ़, हरिद्वार और उत्तरकाशी जिले मे जहां ये नियुक्तियां जांच की आंच में झुलस रही हैं वहीं टिहरी जिले में भी इन नियुक्तियों पर सवाल खड़ा हो गया है। आंदोलन शुुरू हो गया है और आरोप है कि नई नियुक्ति की आड़ में जुगाड़ हुआ है।
दरअसल नई नियुक्तियों से पहले टिहरी जिले की विभिन्न शाखाओं में आउटसोर्स के जरिए कई मुलाजिम अपनी सेवा दे रहे थे। सीधी भर्ती से हुई नई नियुक्तियों के बाद पुराने कर्मचारियों को हटा दिया गया। इस पर पुराने मुलाजिमों ने नई नियुक्तियों में घपले की आशंका जताई और जांच की मांग करते हुए धरना आंदोलन शुरू कर दिया।
हटाए गए कर्मचारियों का आरोप है कि नई नियुक्तियों में तय मानकों का न तो ख्याल रखा गया और न ईमानदारी बरती गई। लिहाजा मामले की जांच होनी चाहिए। नियुक्तियों की जांच की मांग पर अड़े पुराने कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मनी गई तो वे आत्मदाह जैसा कदम उठाने से भी नहीं हिचकेंगे।
वहीं टिहरी जिले में नई तैनाती पाई जिलाधिकारी सोनिका सिंह नें इस बारे में जानकारी दी कि प्रदर्शनकारियों की मांग पर कार्यवाही करते हुए जांच शुरू करवा दी गई है।