अब यात्रियों को यमनोत्री धाम तक पहुंचने में आसानी होगी। पर्यटन विभाग ने यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए अनुबंध कर लिया है। सीएम धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति में गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एस.आर.एम. इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्रा. लि. के बीच अनुबंध किया गया।
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मुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग ने किया अनुबंध
यमनोत्री धाम के दर्शनों के लिए यात्रियों को जल्द ही रोपवे की सुविधा मिलने वाली है। पर्यटन विभाग ने यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए अनुबंध कर लिया है। ये अनुबंध सीएम धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति में हुआ।
गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एस.आर.एम. इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्रा. लि. के बीच अनुबंध किया गया। ले. कमान्डर दीपक खण्डूरी निदेशक अवस्थापना और अविरल जैन ने एमओयू हस्ताक्षरित किया।
रोपवे निर्माण से स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन बढ़ेगें – सीएम धामी
सीएम धामी ने कहा कि इस इस रोपवे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा। इस रोपवे परियोजना के बनने के बाद श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के दर्शन करने में सुगमता होगी।
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अभी पैदल मार्ग से यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 2 से 3 घण्टे का समय लग जाता है। लेकिन रोपवे बन जाने के बाद मात्र 15 से 20 मिनट में श्रद्धालु यमुनोत्री के दर्शन के लिए पहुंच जायेंगे। अब यात्री प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक सौन्दर्य का लाभ उठा पायेंगे। इस रोपवे परियोजना के पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं को तो सुविधा मिलेगी ही साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे।
रोपवे उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में नये अध्याय का करेगा काम
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री धाम तक बनने वाला यह रोपवे मां यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने एवं उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में एक और नये अध्याय का कार्य करेगा।
परियोजना का क्रियान्वयन तय सीमा में पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने कहा कि जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक रोपवे बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही श्रद्धालुओं को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी।
फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जाएगा यमनोत्री रोपवे का निर्माण
यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाला 3.38 किमी लंबाई का यह रोपवे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा। जिसका निर्माण यूरोपीय मानकों के अनुसार फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जायेगा। इस रोपवे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी।
रोपवे के एक कोच की क्षमता आठ लोगों को ले जाने की होगी। यह रोपवे पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर निर्मित किया जाना प्रस्तावित है। यमुनात्री को रोपवे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्टोरेंट के निर्माण भी प्रस्तावित हैं। लगभग 166.82 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले रोपवे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा।