हरिद्वार, संवाददाता- देश भर में जगह जगह नए पुराने नोटों की खेप पकड़ी जा रही है जबकि आम जनता अपने रोजमर्रा के खर्चे के लिए मोहताज हो रही है। आम आदमी एटीएम और बैंकों के बाहर भिखारियों की तरह सरकारी खैरात का इंतजार कर रहा है। ऐसें मे ंनए पुराने नोटों की लगातार मिल रही खबरों ने नोटबंदी के फैसले पर सवालिया निशान लगा दिया है। नगदी के आभाव में दम तोड़ते बाजार के कारोबारियों ने विरोध का सुर आलाप दिया है । 50 दिन से पहले ही हरिद्वार में व्यापारियों के सब्र का बांध टूट गया है। दुकानदारों ने विरोध करते हुए सामुहिक धरना दिया और केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर विरोध जताते हुए जिला अधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया और नोटों की खेप की जांच करने की मांग की है। व्यापारियों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने व्यापारियों के साथ धोखा किया है। नोटबंदी से छोटा व्यापारी कंगाली की कगार पर आ खड़ा हुआ है।