देहरादून, संवाददाता। ‘पैसा क्या होता है’ यह 8 नवंबर 2016 से पहले ठीक तरह से गरीब ही बता सकता था। लेकिन अब हर हिन्दुस्तानी इसका सटीक जवाब दे रहा है। दरअसल नोट बंदी का असर कुछ यूं हुआ कि जो लोग घर से बाहर बिना किसी काम से नहीं निकलते थे आज वो पैसे के लिए पूरे शहर के एटीएम छान मार रहे हैं, बावजूद इसके उनको कैश नसीब नहीं हो पा रहा है। अब लोगों को अक्षय कुमार की मूवी ‘दे दनादन’ का ‘क्यों पैसा पैसा करती है क्यों पैसे पे तू मरती है’ गाने का मतलब समज में आ रहा है। नोट बंदी से लोग इतने परेशान हैं कि एटीएम में पैसे न होने पर भी कतार लगाए खड़े हैं। एटीएम गार्ड के कई बार समझाने पर भी नहीं मान रहें है और इस आस में खडे है कि कोई रहनुमा आएगा और मुकद्दर सवांर जाएगा। जिस तस्वीर में खड़े आप इन लोगों को देख रहे है ये देहरादून की है, इस एटीएम में पैसे नहीं हैं, फिर भी लोग लंबी-लंबी कतार लगाए हुए है। इस स्थिति से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग नोट बंदी से कितने परेशान हैं।