अल्मोड़ा- नौनिहालों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी जिन कंधो पर है, अगर वे अपने ही विभाग द्वारा आयोजित परीक्षा में पास न हो सकें, तो समझा जा सकता है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर कैसा होगा। जिले में एक ऐसी ही परीक्षा में विभाग ने 25 शिक्षकों को आदर्श विद्यालयों में पढ़ाने के लिए अयोग्य साबित किया है।
जिले में 22 प्राथमिक विद्यालय और 11 जूनियर हाईस्कूल को आदर्श विद्यालय बनाए गए हैं। इन आदर्श विद्यालयों में शिक्षकों के चयन के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार कराया गया। इसमें 84 शिक्षकों में से 25 शिक्षक फेल हो गए। शिक्षा विभाग ने जूनियर हाईस्कूल और प्राथमिक स्कूलों के लिए कुल 113 पदों के लिए शिक्षकों से आवेदन मांगे। इसमें कुल 84 शिक्षकों ने आवेदन किया। इनमें केवल 59 शिक्षक ही 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर योग्य घोषित हुए। 27 शिक्षकों को पूल में रखा गया। डीईओ राय साहब यादव ने बताया कि चयनित शिक्षकों की कार्यक्षता का हर तीन महीने में आकलन होगा। अयोग्य पाए जाने पर पूल में रखे गए शिक्षकों को लिया जाएगा।