पहली बार मुरादाबाद पहुंचे मोहन भागवत ने शहर के रामगंगा विहार स्थित मुरादाबाद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के सभागार में जिज्ञासा समाधान सत्र में हिस्सा लिया। इस दौरान आरएसएस की क्षेत्रीय कार्यकारिणी के करीब 40 पदाधिकारी मौजूद रहे। संघ से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि भागवत ने साफ कहा कि जनसंख्या नियंतरण के तहत दो बच्चों के कानून को आरएसएस का समर्थन रहेगा। हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर सरकार को फैसला लेना है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में आरएसएस चीफ ने कहा कि संघ की भूमिका इस मामले में सिर्फ ट्रस्ट निर्माण होने तक है। इसके बाद संघ खुद को राम मंदिर मामले से अलग कर लेगा। एक अन्य सवाल के जवाब में भागवत ने यह भी कहा कि मथुरा मतलब कृष्ण-जन्मभूमि और काशी यानी विश्वनाथ-मंदिर संघ के अजेंडे में कभी नहीं था।