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कोरोना महामारी के झटकों से उबर रही भारतीय अर्थव्यवस्था तेज सुधारों के बावजूद अब दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश नहीं रहा है। विश्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार अब ब्रिटेन दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने वर्ल्ड बैंक के हवाले से बताया कि वैसे तो ब्रिटेन से भारत महज 13 अरब डॉलर पीछे है लेकिन आर्थिक वृद्धि में वह ब्रिटेन से कहीं आगे है. एक्सपर्ट का कहना है कि यह सिर्फ एक साल की बात है और भारत फिर ब्रिटेन को पीछे छोड़ देगा। वास्तविक टर्म में देखा जाए तो दोनों की जीडीपी के आकार में कोई अंतर नहीं है लेकिन यह रिपोर्ट साल 2021 पर आधारित है, जबकि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष यानी 2021-22 के हिसाब से चलती है।
मौजूदा समय में दोनों अर्थव्यवस्था 32 खरब डॉलर के आकार की हैं लेकिन 2021 की समाप्ति तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 31.7 खरब डॉलर जबकि ब्रिटेन की जीडीपी का आकार 31.9 खरब डॉलर रहा था। 2021 में भारत की जीडीपी महज 13 अरब डॉलर पीछे थी ब्रिटेन की जीडीपी से. 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था में ब्रिटेन के मुकाबले ज्यादा तेजी से सुधार आया है।
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पहले की तुलना में बेहतर
भारत भले ही जीडीपी के आकार के मामले में ब्रिटेन से पीछे चला गया है लेकिन कोरोना पूर्व स्तर से मौजूदा रिकवरी को देखा जाए तो भारत ने कहीं बड़ी छलांग लगाई है। ब्रिटेन की जीडीपी में 2019 के स्तर से 2.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि भारत ने 2019 के मुकाबले अपनी जीडीपी में 17.8 फीसदी की बढ़त दर्ज की है।
उम्मीद है जल्द होगी रिकवरी
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का कहना है कि भारत जल्द ही फिर ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पांचवें स्थान पर आ जाएगा. उन्होंने कहा कि चालू वित्तवर्ष में जिस तरह भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। वित्तवर्ष की समाप्ति तक यह फिर पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा।