हिमांशु चौहान। सर्वे ऑफ इंडिया में रखी संविधान की मूल कापी छापने वाली मशीन को नीलाम करने वाली खबर गलत है। ये खुलासा khabaruttarakhand.com के साथ बातचीत में सर्वे ऑफ इंडिया (एनपीजी) के निदेशक धीरज राणा ने किया है। इस संबंध में खबर छापने वालों को नोटिस भेजा गया है। सर्वे ऑफ इंडिया ने इस संबंध में एक दैनिक अखबार को नोटिस ईमेल कर दिया है। सर्वे ऑफ इंडिया के आधिकारिक सूत्रों की माने तो ये मशीन अब भी सर्वे दफ्तर में है। जो मशीन बेची गई है वो मशीन संविधान छपने के बाद 1955 के बाद खरीदी गईं थीं।
आपको बता दें कि हाल में ये खबर सामने आई कि सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने देहरादून दफ्तर में मौजूद भारतीय संविधान की पहली कॉपी छापने वाली ऐतिहासिक मशीन को नीलाम कर दिया है। इसके बाद सर्वे ऑफ इंडिया पर सवाल उठने लगे। ये खबर कई जगह रिपब्लिश भी हुई। इसके बाद हरकत में आए सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने कार्रवाई का मन बनाया। सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने सबसे पहले मशीन नीलाम होने की खबर छापने वाले दैनिक अखबार को नोटिस भेजा है। ये नोटिस ईमेल और डाक के जरिए भेजा गया है। सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों की माने तो ये मशीन अब भी उनके पास सुरक्षित है।