तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर- 4 में हमेशा की तरह सन्नाटा पसरा था। फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद इसी वार्ड में निर्भया के सभी गुनहगारों को रखा गया है। मंगलवार दोपहर को जेल कर्मी ने आवाज लगाई कि विनय तुमसे कोई मिलने आया है। अपने सेल में फर्श पर एकांत में बैठा विनय लड़खड़ाते कदम से जेल कर्मी के साथ विजिटर रूम पहुंचता है। पिता को सामने देखते ही वह रो पड़ता है और यही हाल उसके पिता का भी है।
22 जनवरी को होनी है फांसी
निर्भया के चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी होना है। जैसे-जैसे फांसी का दिन नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे दोषियों को अपने किए और मौत का डर भी सता रहा है। मंगलवार को क्यूरेटिव पिटीशन खारिज होने के बाद से ही निर्भया के दोषियों में बैचेनी बढ़ गई है। यही नहीं तिहाड़ जेल में दोषियों की फांसी को लेकर प्रक्रिया भी तेज हो गई है। इस बीच विनय शर्मा सबसे ज्यादा परेशान और बेचैन दिख रहा है। तिहाड़ जेल से मिली जानकारी के मुताबिक शाम को विनय ने अपने पिता से मुलाकात की। ये मुलाकात जेलर ऑफिस में हुई।
पिता को देख रोने लगा विनय, बोला-एक बार गले लगा लो
इस दौरान विनय कई बार फफक-फफक कर रो पड़ा। इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि विनय निर्भया के पिता के आगे भी रो पड़ा था और उनसे माफी की गुहार भी लगाई थी। वहीं मंगलवार शाम विनय ने अपने पिता से खुद को एक बार गले लगाने की भी गुजारिश की।