आपको सुनने में ये थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन है सौ फीसद सच। नामी कंपनी की इतनी बड़ी एजेंसी में लोगों को अपने ही वाहनों के लिए कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है। वाहन की सर्विसिंग में भी लंबा वक्त लगता है, जिससे लोग खासे परेशान रहते हैं। अगर आपकी गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ है और आपने एजेंसी को गाड़ी ठीक कराने दी है, तो भूल जाएं कि आपको गाड़ी सही समय पर मिल पाएगी।
इससे बुरा हाल तब है, जबकि आपके वाहन का इंश्योरेंस है और आपको वाहन की रिपेयरिंग करानी हो। ऐसे मामलों में तीन से चार माह का समय भी लग सकता है। नेक्सा रोहन मोटर्स की मनमानी का सितम यहीं समाप्त नहीं होता। इंश्योरेंस कंपनी से अप्रूव होने के बावजूद कंपनी नकद भुगतान की मांग करती है। जबकि नियम यह है कि इंश्योरेंस कंपनी से अप्रूव होने पर नकद भुगतान नहीं मांग सकते हैं। इससे कंपनी की मनमानी का अंदाजा लगाया जा सकता है।