देहरादून। चार अप्रैल को देहरादून में आईजी की कार से करोड़ों रुपए की लूट के मामले में नया खुलासा सामने आ रहा है। शुरु से ही इस लूटकांड पर पर्दा डालने की कोशिशों के तहत अब इस लूटकांड में शामिल पुलिसकर्मियों और लूट का शिकार हुए लोगों के बीच सांठगांठ की खबरें आ रहीं हैं। खबरउत्तराखंड.कॉम को अपने विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जो आरोपी पुलिसकर्मी फरार बताए जा रहें हैं दरअसल वो लूट कांड की शिकायत दर्ज कराने वाले और प्रापर्टी डीलर से साथ मीटिंग कर रहें इस मामले को रफा दफा करने की कोशिशों में लगे हैं। यही नहीं खबरें हैं कि जांच अधिकारियों में से भी किसी ने ऑफ द रिकॉर्ड इन सभी से मुलाकात की है और सांठगांठ की कोशिशों को परवान चढ़ाया है। इन सभी की उत्तराखंड में ही मीटिंग भी हो रही है। हाल ही में इन सभी की एक मीटिंग हो भी चुकी है। ये मीटिंग देहरादून से बाहर हुई है।
कोशिश हो रही है कि इस मसले में लूटकांड के एंगल को ही खत्म कर दिया जाए और सिर्फ आईजी की कार के दुरुपयोग के आरोपों को ही आगे बढ़ाया जाए।
अगर ऐसा होता है तो इस लूटकांड का सच कभी सामने नहीं आ पाएगा। इस केस पर पर्दा डालने की कोशिशें भी कामयाब हो जाएंगी। अब नजरें पुलिस के आला अधिकारियों पर टिकी हैं कि वो इस केस पर पर्दा डालने देते हैं या फिर सच को सामने लाने की हिम्मत दिखा पाते हैं।
इस पूरे मसले पर खबर उत्तराखंड को मिली जानकारी के अनुसार ये पैसा चुनावों में खड़े एक प्रत्याशी तक पहुंचना था। देहरादून में बाहर से आई रकम को सिर्फ रिसीव किया जा रहा था और इसे फिर आगे बढ़ा देना था। यही वजह है कि देहरादून में पैसा रिसीव करने वाले को रकम के बारे में पूरी जानकारी भी नहीं थी।