नाबालिग की दो महीन पहले हुई थी शादी
दरअसल मामला निकटवती कुंडेश्वरी के ग्राम हरीनगर का है। यहां के रहने वाले मदनलाल व उसकी पत्नी सुनीता देवी ने करीब दो माह पूर्व अपनी पुत्री का विवाह हिंदू रीति रिवाज के साथ उ.प्र. के जिला संभल के थाना हयातनगर के ग्राम पेटिया निवासी गौरव चौधरी पुत्र मित्रपाल के साथ किया था। बीते रक्षा बंधन के पर्व पर गौरव अपनी पत्नी के साथ यहां अपनी ससुराल में आया था।
शादी के बाद प्रेमी संग भाग गई थी नाबालिग नवविवाहिता
इस दौरान रक्षा बंधन पर्व समाप्ति के बाद 17 अगस्त को वापिस जाने की तैयारी कर रहा था कि एकाएक शौच के बहाने गयी उसकी पत्नी गायब हो गयी। काफी खोजबीन के बाद गौरव चौधरी ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की तहरीर काशीपुर कोतवाली में दी। साथ ही हरीनगर निवासी बिट्टू पर पत्नी को भगा ले जाने का आरोप भी लगाया। जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए बिट्टू व फरार नवविवाहिता को दबोच लिया।
उल्टा पड़ा मामला
नवविवाहिता को मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करने पर 164 के अंतर्गत बयान दर्ज किये गये तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। इस दौरान नवविवाहिता ने अपने को नाबालिग बताया। साथ ही बताया कि उसका विवाह उसकी मर्जी के खिलाफ मां-बाप व बहन द्वारा कराया गया था। पुलिस ने नवविवाहिता के बयान पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की धारा 9/10/11 में गौरव व उसके पिता मित्रपाल व मां मुनेश तथा दूसरे पक्ष के नवविवाहिता के पिता मदन लाल, मां सुनीता देवी, बहन पूजा के खिलापफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही इस मामले में आरोपी पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि गौरव का पिता मित्रपाल फरार बताया जा रहा है।