बिथरी चैनपुर विधायक राजेश मश्रिा उर्फ पप्पू भरतौल ने बच्ची की शिक्षा और भरण-पोषण की जम्मिेदारी लेने का निर्णय किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह बच्ची ईश्वर का वरदान है। हम प्रदेश सरकार की योजना बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के तहत इस कन्या की शक्षिा और परवरिश का जम्मिा लेते है। इसका नाम भी हम सीता ही रखेंगे।
धीरे-धीरे मौत को मात दे रही बच्ची
इसे ऊपर वाले का चमत्कार कहे या कुछ और कि लंबे समय तक भूखे-प्यासे कब्र में बंद रहने के बाद भी नवजात का बाल भी बांका नहीं हो सका। जिला अस्पताल में भर्ती नवजात मौत को धीरे-धीरे मात दे रही है। गुरुवार को सिटी शमशान भूमि में एक नवजात जमीन के अंदर घड़े में बंद मिली थी। जिस समय बच्ची को अस्पताल लाया गया, तब उसके बचने की उम्मीद न के बराबर थी। अस्पताल में भर्ती नवजात को देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं।
शुक्रवार को अस्पताल आने वाले हर शख्स की जुबान पर बच्ची की ही चर्चा रही। हर कोई बच्ची की एक झलक पाने को बेताब दिखा। हालांकि स्वास्थ्य की दृष्टि से बच्ची के पास लोगों को जाने नहीं दिया। बच्ची की सुरक्षा के लिए एसएनसीयू के बाहर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। बच्ची के स्वास्थ्य पर डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए हैं। डॉक्टरों ने बताया कि जैसे-जैसे वक्त बीतता जाएगा, बच्ची के बचने की उम्मीदें भी बढ़ती जाएंगी। दूसरी ओर अपनी बेटी खोने के बाद भाग्य से मिली मासूम जान की चिंता हितेश के परिवार को भी है। इज्जतनगर थाने में तैनात हितेश की पत्नी वैशाली चौधरी शुक्रवार को सारा दिन बच्ची की खैर कुशल पूछती रहीं।