रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में महावत बगावत पर उतर आया। उसकी बगावत में वो हथिनी भी उसके साथ ध्सारने पर है, जिसे वो हांकता है। हालांकि बाद में काफी देर तक विभागीय अधिकारियों के समझाने पर उसने धरना समाप्त कर दिया।
बिजरानी रेंज में अलबेली नाम की विभागीय हथिनी है। हथिनी के महावत पहले बाबू खान थे। बाबू खान लंबे समय से सीटीआर में महावत के पद पर तैनात थे। दो साल पहले उनकी बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद बाबू खान के बेटे शाहिद को महावत की जिम्मेदारी देकर दैनिक श्रमिक के तौर पर रखा गया।
शाहिद का कहना है कि पिता की मौत के वक्त विभाग की ओर से पांच लाख रुपये आर्थिक मदद का भरोसा दिया गया था, लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी विभाग ने आर्थिक मदद नहीं दी। आर्थिक मदद नहीं मिलने से परेशान शाहिद अलबेली हथिनी को बिजरानी से लेकर सीटीआर कार्यालय आ धमका। उसने हथिनी को जंजीर से सीटीआर गेट पर बांध दिया।