हरिद्वार। न सूत न कपास और जुलाहों मे लट्ठम लट्ठ। जी हां अभी चुनाव होने में काफी वक्त बचा है। लेकिंन रुड़की विधानसभा सीट को लेकर पुराने भाजपा विधायक और कांग्रेस के बागी प्रदीप बत्रा के बीच यही स्थिति बन रही है ।कांग्रेस का हाथ छोड़ कर भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व विधायकों को अब भाजपा के पुराने चेहरे पचा नहीं पा रहे हैं। पहले लग रहा था की भाजपा फैले हुए सियासी रायते को संभाल लेगी। लेकिन पुराने भाजपाइयों को तेवरों से अब महसूस हो रहा है कि भाजपा चुनावी साल में सबकुछ आसानी से नहीं संभाल पाएगी। तल्ख तेवरों का आगाज हो चुका है रूड़की से जहां भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश चंद जैन कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए प्रदीप बत्रा को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। सुरेश चंद जैन का कहना है कि प्रदीप बत्रा को अभी राजनीति का उतना ज्ञान नहीं जितना उन्हें है। सुरेश यहीं रूकते तो कुछ बात भी बनती उन्होंने कहा कि विधानसभा का टिकट मुझे मिलना चाहिए क्योंकि इसके लिए मैं ही अब्बल हूं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए प्रदीप बत्रा भी अपनी दावेदारी को अब्बल मान रहे हैं। उनका कहना है कि मैं पांच साल से जनता के बीच काम रहा हूं। जिससे जनता का मुझ पर विश्वास बना हुआ है। ऐसे में दोनो प्रत्याशियों की दावेदारी को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ये बयानबाजी बगावत का बिगुल तो नहीं बजा रही।