इन दिनों बरसात में गांव के 12 लोग सूखी नदी के दूसरी ओर फंस गए थे, लंबे समय से इस गांव के लोग पुल की मांग कर रहे हैं, लेकिन आजादी के बाद से आज तक यहां पुल नहीं बन पाया। यही वजह है कि विजयपुर गांव के स्कूली बच्चे बरसात के महीने में घर में ही रहते हैं। क्योंकि सूखी नदी बीच में पढ़ती है और नदी को पार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा इस गांव के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
बावजूद इसके शासन-प्रशासन ने कभी इस गांव की ओर ध्यान नहीं दिया। अगले 2 दिनों में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए फिर से विजयपुर गांव के सैकड़ों ग्रामीण डरे-सहमे हैं। जब विजयपुर गांव में पुल बनाने का सवाल विधायक नवीन दुम्का से किया गया तो उन्होंने भी खेद जरूर व्यक्त कर दिया, लेकिन यह नहीं बता पाए कि आज तक पुल क्यों नहीं बना। उन्होंने अलगे साल बरसात से पहले पुल बनाने का आश्वासन दिया है।