नैनीताल(मोहम्मद यासीन) : उत्तराखण्ड सरकार ने एक ओर जहां गाय माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिला कर देश का पहला ऐसा राज्य बनने का दमगा तो हासिल कर लिया लेकिन इसके बाद गाय माता की सुरक्षा और रहन-सहन के लिए कोई रणनीति तैयार नहीं की. यही वजह है कि गायों की स्थिति राज्य में दयनीय बनी हुई है.कहीं सड़क किनारे सड़क मृत पड़ी है तो कहीं जगंलों में गुलदारों का शिकार हो रही है…जिसकी तस्वीर को देख दिल सहम जा रहा है…लेकिनसरकार को इसकी सुध नहीं. गाय को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने का प्रस्ताव पास करने उत्तराखंड देश का पहला राज्य तो बन गया है लेकिन गाय के लिए कोई ठोस कदम सरकार नहीं उठा पाई है. जो की इस तस्वीर से साफ झलकता है.
गुलदार के गाय को खाने के फोटो कैमरा ट्रैप में कैद
जी हां ऐसा ही कुछ हुआ नैनीताल के अयार पाटा पहाड़ी के जंगल में…जहां एक गुलदार के गाय को खाने के फोटो कैमरा ट्रैप में कैद हो गए हैं. वयस्क गुलदार के गाय को मारकर खाने से क्षेत्र में भय की स्थिति बनी हुई है. वन विभाग ने लोगों से इस क्षेत्र में एहतियात बरतने को कह दिया है. नैनीताल की पाश्चिमी पहाड़ी पर बसे अयार पाटा के घने जंगल से लगे रिहायसी क्षेत्र में अक्सर गुलदार की चहलकदमी की खबरें आती रहती हैं. यहां एक तरफ बशासत है तो दूसरी तरफ टिफिन टॉप से लगा घना जंगल भी है. यहां रहने वाले लोग अक्सर गुलदार के साथ हुए उनके सामने की खबरें सुनाया करते हैं. ऐसी ही एक शिकायत के बाद चौदह मार्च को जंगल में दो कैमरा ट्रैप लगाए गए. दोपहर को लगाए ट्रैप में शाम 5:35 बजे ही 5 वर्षीय मादा गुलदार कैद हो गया. दूसरे कैमरे में भी गुलदार के खूब फ़ोटो कैद हुए लेकिन कैमरे की ऑटो सेटिंग में खराबी के कारण डेट और टाइम गलत हो गया. गुलदार ने बड़ी सफाई से गाय को चट कर दिया, और बस गाय के पेट के अंदर का हिस्सा ही बचा हुआ है।
नैनीताल के एस.डी.ओ. दिनकर तिवारी का कहना है कि अयारपाटा क्षेत्र में गुलदार के घूमने की शिकायत आई थी, उसने एक गाय को भी मार डाला है. हमने इसे चैक करने के लिए दो कैमरा ट्रैप लगाए. इसमें 14 मार्च की शाम ही, गाय को खाने आए गुलदार की तस्वीरें कैद हो गई. हमने चेतावनी देकर स्थानीय लोगों को वहां जाने से मना कर दिया है. अगर कोई शिकायत आती है तो हम वहां पिंजरा लगाएंगे. गाय किसकी है इसका अभी तक कुछ पता नहीं चला है.