देहरादून- अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रह तो दो साल बाद दून से मसूरी रोपवे से भी आवाजाही हो सकेगी। और पर्यटक 20 मिनट में देहरादून से मसूरी पहुंच सकेंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग ने चार सौ करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है। साढ़े पांच किमी लंबी रोप-वे योजना से मसूरी जाने में सिर्फ 20 मिनट का समय लगेगा। योजना के लिए इन दिनों जमीन चिह्नीकरण का काम किया जा रहा है। दून से मसूरी की 35 किमी की दूरी तय करने में पर्यटकों को अक्सर जाम से जूझना पड़ता है।
इतना ही नहीं सीजन और बर्फबारी के समय तो जाम के कारण कई पर्यटक आधे रास्ते से ही लौट जाते हैं। मसूरी में पार्किंग व्यवस्था न होने से भी पर्यटकों को परेशानी उठानी पड़ती है। इन सब समस्याओं को देखते हुए पर्यटन विभाग ने रोप-वे योजना बनाई है।
देहरादून के पुरकुल गांव से मसूरी लाइब्रेरी चौक तक साढ़े पांच किमी रोपवे में प्रति चक्कर 10 लोग एक तरफ से एक बार में जा सकेंगे। विदेशी तकनीकी की मोनो केबिल डेटेचिबल गंडोला से पर्यटक सिर्फ 18 से 20 मिनट में दून से मसूरी पहुंच सकेंगे। इस रोपवे प्रोजेक्ट पर पर्यटन विभाग ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रलय की मदद से वैबिलिटी गैप फंडिंग स्कीम के तहत ग्रांट की मांगी है। 400 करोड़ की रोपवे प्रोजेक्ट डीपीआर को वित्त की सहमति मिलने के बाद पर्यटन विभाग निविदाएं आमंत्रित करेगा। मई में निविदा प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद रोपवे के टावर, पार्किंग, फूड कोट या आने-जाने वाले वाले पर्यटकों के लिए सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे।
दो टावर पर बनेगी पार्किंग
पुरकुल गांव और मसूरी में टावर के पास मल्टी लेवल पार्किंग बनेगी। पुरकुल गांव में करीब 15 सौ क्षमता की कार पार्किंग की योजना है। यहां कार पार्क करने के बाद पर्यटक मसूरी जाएंगे। मसूरी में प्राइवेट कार से कैम्पटीफॉल, धनोल्टी, समेत आस-पास के पर्यटक स्थलों की सैर कर सकेंगे। इसके लिए दोनों टावरों के आस-पास पार्किंग के लिए जमीन चिह्नित की गई है।
विदेशी निवेशक आ रहे आगे
पर्यटन विभाग की इस महत्वकांक्षी योजना को लेकर विदेशी निवेशक भी आगे आ रहे हैं। खासकर विदेशों में कारोबार कर रहे एनआरआइ इस योजना के संचालन को रुचि दिखा रहे हैं। इसके लिए कई निवेशक पुरकुल गांव से लेकर मसूरी तक साइड विजिट भी कर चुके हैं। जबकि कुछ निविदा के इंतजार में पर्यटन विभाग के संपर्क में हैं