हल्द्वानी (योगेश शर्मा) : मुस्लिम महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर कम ही देखा जाता है। योग और करते हुए भी कम ही नजर आती हैं। यह भी कहा जाता है कि मुस्लिम महिलाएं अपनी सेहत को लेकर ज्यादा फिक्रमंद नहीं होती हैं, लेकिन हल्द्वानी की मुस्लिम महिलाओं ने इस मिथक को तोड़ दिया है। इन महिलाओं के उत्साह को देखकर कहा जा सकता है कि सोच बदल रही है, देश बदल रहा है।
हल्द्वानी में इन दिनों में मुस्लिम महिलाएं पार्क में योग और कसरत करती दिख जाएंगी। ये आपको अपनी सेहत के प्रति फिक्रमंद दिखेंगी, योग और एक्सरसाइज के प्रति उनमें जुनून दिखेगा। हल्द्वानी की महिलाओं ने बाकायदा एक वुमेन क्लब बनाया है। जिसमें महिलाएं सुबह 6 बजे पार्क में इकट्ठा होती हैं। इसके बाद डेढ़ घंटे तक योग और कसरत करके खुद को फिट रखने के लिए पसीना बहाती हैं। हल्द्वानी की इन मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के स्वस्थ भारत के सपने को लेकर भी उम्मीद जगा दी है।
ये तस्वीरें बताती हैं कि मुस्लिम समाज रूढ़ीवादिता की बेड़ियों को तोड़कर बाहर निकल रहा है। हल्द्वानी के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास मुस्लिम महिलाओं का ये योग और कसरत का सफर 4 महिलाओं से शुरू हुआ था। लेकिन, अब इस वुमेंस क्लब में 40 सदस्य हैं। बुर्का पहने और स्पोर्ट्स शूज के साथ लयताल में योग और कसरत करती महिलाएं बढ़ते वजन और बीमारियों को दूर धकेल रही हैं। एक महिला ने उत्साहित होकर अपना अनुभव बताया कि दो महीने पहले योग शुरू किया, रोजाना डेढ़ घंटे योग और कसरत करके उन्होंने दो महीने में ही पंद्रह किलो वजन घटा लिया है।
योग कर रही महिलाएं बताती हैं कि वो पहले मॉर्निंग वॉक के लिए आती थीं। अब योग करने लगी हैं। योग करके उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। अब वो खुदको पहले से फिट महसूस करती हैं। महिलाओं का ये भी कहना है कि योग से वो अपनी सेहत का ख्याल रख रही हैं। इनकी ट्रेनर रहनुमा बताती हैं कि पहले सिर्फ चार महिलाएं आती थीं। अब संख्या बढ़कर 40 हो गई है।