देहरादून : उत्तराखण्ड सरकार मे प्रधानमंत्री 15 सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष शादाब शम्स ने मुस्लिम समाज से ईद को बहुत सादगी के साथ मनाए जाने की अपील की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते मेरी देवभूमि उत्तराखण्ड, सहित पूरे देश के साथ पूरी में दुनिया कोरोना के कहर से गुज़र रही है। हमारी ज़िंदगी में पहली बार ऐसा मौका आया है जब नमाज़ी मस्जिदों से महरूम रह गये, तरावी की नमाज़ में क़ुरआन के सुनने-सुनाने से महरूम रह गये।
शादाब शम्स ने कहा कि कहा कि जुमा अलविदा की दुआओं से महरूम, रोज़ेदार की बरकत से रोज़ा इफ़्तारी कराने से सवाब से महरूम, 27वी शब को क़ब्रिस्तान मे अपनों से मिलकर सवाब पहुँचाने से महरूम रह गये ताकी ज़िन्दगियाँ सलामत रहे, इन्सानियत सलामत रहे। यानी हम सब सलामत रहेंगे तो देश, प्रदेश, दुनिया सलामत रहेगी। कहा कि कोरोना के ख़िलाफ़ इस जंग मे लेकिन लड़ाई अभी अधूरी है लेकिन हम सब बहुत हिम्मत से लड़े और आगे भी लड़ेंगे और इस लड़ाई को जीतेंगे भी। इसलिए उलेमा इकराम की राय, सरकार का हुक्म, और मेरी इल्तिजा है कि ईद की नमाज़ भी बाक़ी नमाज़ों की तरह अपने घरों पर अदा करें।
शम्स ने कहा जैसा के अब सब जान चुके हैं कि कोरोना छूने से फैलता है इस लिए सब से गुज़ारिश की जाती है “ईद मुबारक“ कहते हुए न किसी से हाथ मिलाए, न गले मिले, न बोसा दें, न सर पर हाथ रखे, न रखवाए, बिना फेसमास्क के बाहर न जाएँ, सोशल डिस्टैन्सिग 2 गज़ का ध्यान रखे, न लोगों के यहाँ जाऐ, न बुलाए आपकी सतर्कता ही कोरोना से बचाव है।
अपने घर पर रहें, बेवजह बाहर न जाएँ
शम्स ने यह भी बताया के उन्होंने मुस्लिम समाज के उत्तराखण्डी युवाओं के साथ मिलकर ईद के मुबारक मौक़े पर एक नई मुहीम शुरूवात कर रहे है “ मेरा लहू ,इन्सानियत के नाम” जिसकी शुरूआत 25मई 2020 को माजरा वार्ड 77 देहरादून के पार्षद आफ़ताब आलम के कार्यालय से सुबह 10:00 बजे की जाऐगी ,इसके बाद प्रदेश के अलग-अलग इलाक़े मे इस किया जाऐगा और लगभग 5000 पाचं हज़ार मुस्लिम युवा इसमें अपनी भागीदारी देंगे और किसी भी उत्तराखण्ड वासी को ख़ून की कमी से मरने नहीं दिया जाऐगा ,मुस्लिम समाज के लोगों ने यह क़सम ली है जिसे हम पूरी इमानदारी से निभाते हुए प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार का सहयोग करेंगे