देहरादून : लॉकडाउन के कारण जिनकी शादी की तारीख पक्की हो गई है उनके लिए दुविधा सामने आकर खड़ी हो गई है कि अब करें तो करें क्या। क्योंकि परंपरा के अनुसार शादी की तारीख को बदलना औऱ आगे बढ़ा अशुभ माना जाता है। औऱ अगर लॉकडाउन के बीच शादी की तो कोई रिश्तेदार आ नहीं पाएगा और साथ ही आदेश के अनुसार शादी में सिर्फ 5 लोग ही शरीक हो सकते हैं ऐसे में लोगों ने इसका तोड़ निकाला और आदेश के अनुसार औऱ सुरक्षा के साथ ही शादी के बंधन में बंधे।
सादगी से हुई सादी,मां लेकर पहुंची बेटे की बारात
जी हां ताजा मामला गुरुवार का देहरादून के जैन धर्मशाला का है। जहां एक जोड़ा आदेश के अनुसार अनुमति लेकर और सुरक्षा के साथ शादी के बंधन में बंधा। शादी सादगी से हुई। खासा बात ये है कि दूल्हा सिर्फ अपनी मां के साथ बरात लेकर दुल्हनिया लेने पहुंचा। वहीं, दुल्हन पक्ष से भी लड़की के माता-पिता ही शादी में शरीक हुए। सेनिटाइजेशन के बाद दूल्हा-दुल्हन ने मास्क लगाकर फेरे लिए औऱ शादी के बंधन मेंं बंधे। दोनों परिवारों ने बताया कि शादी समारोह से संबंधित अन्य कार्यक्रम लॉकडाउन खत्म होने के बाद संपन्न करेंगे।
जिला प्रशासन से मांगी अनुमति
मिली जानकारी के अनुसार गोविंदगढ़ के प्रकाश नगर में रहने वाली मंजू गुप्ता के बेटे आलोक की शादी तिलक रोड निवासी अमित जैन की बेटी महक से तय हुई थी। दोनों के विवाह के लिए 16 अप्रैल की तारीख तय की गई थी। इसके लिए क्लेमेनटाउन में एक वेडिंग प्वाइंट भी बुक कर लिया गया था। शादी के कार्ड छपवाने से पहले ही देश में लॉकडाउन लागू हो गया। वहीं बुधवार को दोनों पक्ष वालों ने जिला प्रशासन से शादी की अनुमति मांगी।
मुंह में मास्क औऱ हाथों में सैनिटाइजर लगाकर शादी के बंधन में बंधे
आदेश के अनुसार शादी में सिर्फ पांच ही लोग शामिल हो सकते हैं वरना नियम तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में दूल्हे की मां बेटे की बारात लेकर बहू लेने पहुंची। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया। दूल्हा दुल्हन ने मूंह में मास्क लगाकर और हाथों में सैनिटाइजर का प्रयोग कर शादी की। पंडित ने रीति-रिवाज से विवाह सम्पन्न कराया।