उधम सिंह नगर : कलम की ताकत रौब दिखाने के लिए नहीं बल्कि समाज के लोगों की मदद करने, समाज के परेशान लोगों की सम्स्याओं को सरकार तक पहुंचाना के लिए हो तो बेहतर…खुद के लिए भी और समाज के लिए भी साथ ही पत्रकार बिरादरी के लिए भी। अगर कलम में सच्चाई लिखने की ताकत हो तो कोई भी बड़ी सी बड़ी ताकत भी उन्हें आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती है। अपनी कलम की ताकत, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी की बदौलत कइयों ने वो मुकाम पाया जिनकी आज तक लोग वाह वाही करते हैं। वहीं उनमे से एक है उत्तराखंड के किच्छा से पत्रकार मोहम्मद यासीन…जो अपनी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी, बेबाकी औऱ निडरता से पत्रकारिता करते आ रहे हैं। और इसी को देखते हुए उन्हें सम्मानित किया गया है।
जी हां किच्छा पत्रकार संघ द्वारा खबर उत्तराखंड के पत्रकार मो० यासीन को कोरोना वॉरियर्स के सम्मान से सम्मानित किया गया है। किच्छा निवासी मोहम्मद यासीन की किच्छा पत्रकार संघ ने हौसला अफजाई करते हुए अध्यक्ष सुरेंद्र खुराना ने कहा कि भारत जैसे लोग बड़े लोकतांत्रिक देश में तो पत्रकारों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। सरकारों की कमियों और खूबियों को निष्पक्ष तरीके से जनता तक पहुंचाना ही पत्रकारों की जिम्मेदारी है जिसे उनको शिद्दत से निभाना चाहिए, की ओर से दिये गये सम्मान से क्षेत्रीय पत्रकारों में खुशी की लहर है।
किच्छा पत्रकार संघ के महामंत्री राजू सहगल ने कहा पत्रकारिता लोगों तक सच्चाई पहुंचाने और विभिन्न मुद्दों को लेकर उन्हें जागरूक करने का सशक्त माध्यम है. देश की आजादी की लड़ाई में भी पत्रकारों ने अहम भूमिका निभाई. आजादी की अलख जगाने में उस समय कई अखबारों ने संदेशवाहक का काम किया. यही वजह है कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है. लोकतंत्र में पत्रकार की कलम तोप बंदूक या तलवार से भी बड़ा हथियार सिद्ध होती है. इस मौके पर मयंक त्यागी, अब्दुल अली तन्हा , भारत भूषण जोशी , नंदन सिंह कोरंगा, नरेश जोशी ,राज सक्सेना, शिवम शर्मा, हर्ष तनेजा विशाल शर्मा,वेद प्रकाश यादव, मनीष सिडाना, मोनू चोपड़ा, लकी मुंजाल, किच्छा पत्रकार संघ के समस्त पदाधिकारी मौजूद थे भारत भूषण जोशी