लकसर के लादपुर कला गांव में करीब 12 लाख मनरेगा घोटाला सामने आया है. जिसमें मनरेगा के तहत 12 लाख की राशि सड़क निर्माण के लिए दर्शाए गई लेकिन जब अधिकारियों ने वहां जाकर देखा तो आंखे फटी की फटी रह गई..जी हां वहा खाली मैदान के उपर कोई सड़क निर्माण नहीं हुआ था.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले लादपुर कला गांव से शिकायत मिली थी कि सड़क निर्माण को लेकर मनरेगा में धांधली की जा रही है. जिसके बाद लक्सर के जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी कि ओर से जांच की गई तो वहां कोई सड़क बनी हुई नहीं पाई गई. फिर क्या था इसके बाद सड़क निर्माण घोटाले की परतें खुलती गई.
डीएम हरिद्वार ने लकसर बीडीओ से मनरेगा के तहत सडक निर्माण की फाइल दिखाने को कहा तो बीडीओ कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए. जिसके बाद डीएम ने जेई द्वारा तैयार एमबी का निरक्षण किया, जिसमें एमबी में सडक निर्माण की लागत 12 लाख का भुगतान तो दर्शाई गई मगर कार्य शुरू होने औऱ समाप्त होने तिथि नहीं दर्शायी गई. यह धांधली देख जिलाधिकारी तिलमिला गए और तत्काल कार्रवाई करते हुए लकसर के बीडीओ का वेतन रोक दिया और साथ ही बीडीओ और मनरेगा के जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दिया. इसके साथ ही जिला विकास अधिकारी को पूरे मामले की जांच सौंपा.
वहीं उपजिलाधिकारी कोशतुभ मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेशानुसार लादपुर गांव में टीम बनाकर मनरेगा के द्वारा काम का निरक्षण किया गया जिसमें काफी खामिया पाई गई और इसे गंभीर मामला बताते हुए जांच के आदेश दिए.