बीते दिनों महंगाई के विरोध में सड़कों पर उतरे हरीश रावत समेत 20 से 25 कांग्रेसियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। रायपुर पुलिस के उप निरीक्षक ने मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा कि न तो कांग्रेस ने रैली की अनुमति ली और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा और इसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन क्या किसी की नजर खानपुर से विधायक और भाजपा से निष्कासित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैपिंयन पर नहीं पड़ी। जो खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की खुद धज्जियां उड़ाते दिखे। जब राज्य का जिम्मेदार लोग ही नियम का उल्लंघन करेंगे वो भी दिन के उजाले में तो ओरों से क्या उम्मीद करेंगे और औरों को क्या सीख देंगे। जिससे कहा जा सकता है कि उत्तराखंड में दो अलग-अलग कानून हैं एक तो सत्ता पक्ष वालों के लिए और एक विपक्ष पार्टी के लिए। एक कुर्सी धारी के लिए अलग कानून और जिनके पास कुर्सी नहीं उनके लिए अलग कानून।
प्रीतम सिंह समेत कइयों पर भी मुकदमा दर्ज
वहीं बता दें कि बीते दिनों रैली निकालने और विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे पीसीसी प्रीतम सिंह समेत कई कांग्रेसियों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। जिन पर आरोप था कि कांग्रेस ने निर्धारित और अनुमति से अधिक कार्यकर्ताओं को रैली में शामिल किया और सोशल डिस्टेंसिंग नियम का उल्लंघन किया।
जलभराव की समस्या का निरीक्षण करने पहुंचे थे विधायक चैंपियन
दरअसल आज मंगलवार को खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन तहसील अधिकारियों के साथ जलभराव की समस्या का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान लोगों की काफी भीड़ थी। लोगों को नियम का पालन करने के लिए बोलना तो दूर खुद विधायक नियम को तोड़ते दिखे। उन्होंने एक बार भी लोगों से नियम का पालन करने को नहीं कहा।
बता दें कि इस दौरान विधायक को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलभराव की समस्या का जल्द से जल्द कोई समाधान किया जाए। लेकिन कई सालों के आश्वासन से तंग आकर लोगों ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्या का समाधान न हुआ तो वह आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
वहीं देखने वाली बात ये होगी की क्या पुलिस प्रशासन इस वीडियो का संज्ञान लेता है की नहीं।