देहरादून : आज गुरुवार को भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा में जनता की समस्याएं सुनी और कुछ समस्याओं को समय पर निस्तारण किया। इस दौरान जनता ने सीएम की इस पहल को सराहा और खुशी जाहिर की लेकिन सीएम को अपने ही मंत्रियों ने निराश किया। जी हां सीएम के फरमान के बाद भी मंत्रियों ने इसे हल्के में लिया और विधानसभा में बैठक में नहीं पहुंचे। लिहाजा विधानमंडल भवन में सन्नाटा पसरा रहा। दूसरे दिन भी हाल यही रहा। दूसरे दिन भी यशपाल आर्य और सीएम ने मोर्चा संभाला।
मंत्रियों ने उड़ाई आदेश की धज्जिया, सीएम-आर्य ने संभाला मोर्चा
बता दें कि सीएम ने मंत्रियों को आदेश दिया था कि वो जनता की समस्याओं को सुनने के लिए बुधवार को विधानसभा में आधे दिन तक बैठेंगे और बृहस्पतिवार को सभी मंत्री और मुख्यमंत्री पूरे दिन भर विधानसभा में बैठकर जनता की समस्याएं सुनेंगे और उनका निस्तारण करेंगे लेकिन मंत्रियों ने नहीं सुनी और पहले दिन बुधवार को एक भी मंत्री विधानसभा में नहीं बैठें। दोपहर बाद केवल मुख्यमंत्री ने ही विधानसभा पहुंचकर कामकाज निपटाया और लोगों की समस्याएं सुनीं। औऱ आज भी हाल यही रहा। आधे दिन यशपाल आर्य जबकि आधे दिन सीएम ने जनता की समस्याएं सुनी।
सीएम को अपने ही मंत्रियों ने खफा किया लेकिन जनता ने जरुर सीएम की इस पहल को सराहा और खुशी जाहिर की।