चुनावी मैदान में महिला की इज्जत को तार-तार किया
पार्टी के कार्यकर्ता या समर्थक सत्तापक्ष और विपक्ष की कितनी भी काट करें लेकिन चुनावी मैदान में या इससे बाहर क्या किसी को किसी औरत की इज्जत को उछालने का और उसकी इज्जत की नुमाइश करने का हक है? नहीं बिल्कुल नहीं…क्योंकि उसके घर में भी बहन, मां, बेटियां, पत्नी है…जब हम अपनी बहन, बेटियों, मां, पत्नी की रक्षा करते हुए दूसरों की उन पर बुरी नजर पड़ने पर लताड़ते हैं और अच्छे नजर से देखने की सीख देते हैं तो खुद ये सीख को क्यों भूल जाते हैं.
जी हां हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे पढ़े लिखे इंसान की कारनामे के बारे में जिन्होंने सोनिया गांधी की फोटो अपने फेसबुक पेज पर अपलोड की जिसमें बताया गया कि प्रियंका गांधी घर(जींस टॉप) में और बाहर(साड़ी-सूट) में कैसे नजर आती हैं. मुझे तो नहीं लगता कि जींस टॉप पहनने में कोई बुराई है…बुराई तो उस व्यक्ति की नजर में है जिसे लड़कियों के जींस पहनने में खामियां नजर आ रही है औऱ उन्होने फोटो अपलोड कर बताया कि उनका महिलाओं को देखने का नजरिया कैसा है औऱ क्या है…उन्होंने बताया कि जींस पहनने वाली लड़कियां उन्हें कैसी लगती है और उन्हें वो किस तरीके से देखते हैें.
मंत्री प्रकाश पंत के ओएसडी मनोज अनुरागी का कारनामा
ये महाशय है मंत्री प्रकाश पंत के ओएसडी मनोज अनुरागी…जिन्होंने हाल ही में प्रियंका गांधी की फोटो अपलोड की जिसके बाद यूजर्स ने उनकी जमकर क्लास ली. यूजर ने भी उनको बताने की समझाने की कोशिश की कि जींस पहनने में कौन सी बुराई है..और कैसा छलावा है…यूजर्स ने उनकी इस पोस्ट पर जमकर कमेंट किया और लताड़ लगाई. पढ़िए यूजर्स ने क्या-क्या लिखा…
एक यूजर ने लिखा कि-तुम संपादक हो या लेखक…समझ नहीं आ रहा कि इस बात पर हंसना चाहिए की सिर पटकना चाहिए.
एक यूजर ने लिखा है कि-इसमे क्या छलावा है…मान्यवर सभी दिन, रात, घर पर, बाहर अलग-अलग प्रकार के कपड़े पहनते हैं.ये सभी लोगों की स्वतंत्रता है. यदि ये छलावा है तो शायद सभी घरों के लोग ये छलावा करते हैं.
एक यूजर ने लिखा कि- इस छोटी मानसिकता से घिन्न आती है. जो महिलाओं के वस्त्रों को देखे, ये कुंठित मानसिकता कहां से लाते हैं आप लोग. महिलाओं के कपड़े से आप मुल्यांकन करते हो. मोदी जी विश्व गुरु बनाने की बात करते हैं और आप आदिकालीन कुंठित मनुष्य के रुप में विश्व शक्ति बनेंगे, कदापि नहीं.