देहरादून: उत्तराखंड में नौकरशाह आम जनता तो दूर, कैबिनेट मंत्रियों की भी नहीं सुनते। ये हम नहीं, बल्कि खुद मुख्यमंत्री कह रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को अगस्त माह में होने वाली बैठकों में पूरी तैयारी से आने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि अगर कोई अधिकारी लापरवाही करता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्रीयों की बैठकों को अधिकारी गंभीरता से नही लेते हैं, इसको लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अधिकारियों के रवैये पर नाराजगी जताई है। एक दिन पहले ही समाज कल्याण मंत्री मंत्री यशपाल आर्य की अध्यक्ष्ता में संपन्न हुई दिव्यांग बोर्ड की बैठक में अधिकारी बगैर तैयारी के पहुंचे थे। इस पर आर्य ने कड़ी फटकार भी लगाई।
सतपाल महाराज की बैठक में भी अधिकारी मोबाइल गेम खेलते नजर आए। अधिकारियों की कार्यप्रणाली को मुख्यमंत्री ने गलत करार दिया। सीएम ने कहा है कि अधिकारियों के बैठकों में पूरे होम वर्क के साथ समीक्षा बैठक में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी समीक्षा बैठक में तैयारी के साथ नहीं आएंगे। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जाएगी। समीक्षा बैठक के दौरान मोबाइल फोन का प्रयोग करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।