भाजपा जहाँ पूरे देश में अटल जी की अस्थियों के माध्यम से देश को अटलमयी बनाने की कवायद में जुटी हुई है ताकि २०१९ के चुनाव में अटल जी के नाम को भुनाया जा सके , उसके लिए पूरे देश में अटल जी की अस्थियों के गंगा में विसर्जन के बाद विशेष तौर पर पूरे देश में अस्थियों के कलश घुमाकर गावों गावों भेजे गए , वहीँ उत्तराखंड के विवादित मंत्री जो की भाजपा में गुटबाजी की जड़ माने जाते हैं , जी हाँ हम उन्ही मदन कौशिक की बात कर रहे हैं जो हैं तो शहरी विकास मंत्री जिनके विकास की तस्वीर बारिश में 6 महीने पहले बनी हुई सड़को के गड्ढों में तब्दील हो जाने से नजर आती है ,
उन्ही मदन कौशिक ने जब अटल जी की अस्थियों को विसर्जित किया तो मानो ऐसा लग रहा था जैसे कोई बच्चा जन्मदिन पर किलकारी मार रहा हो , इस तस्वीर को देख कर ये साफ़ पता चलता है की अटल जी की अस्थियां महज उनके नाम का चुनावी लाभ उठाने के लिए है ,और अटल जी के जाने का अफ़सोस कम से कम मदन कौशिक को तो नहीं ही है।
जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री अटल जी को श्रद्धांजलि देने उनके निवास पर पहुंच कर ग़मगीन दिखे हों वहीँ मदन कौशिक का अटल जी की अस्थि विसर्जन के समय अपने चेलों के साथ हंसी ठट्ठा करना बहुत ही अचरज की और बेशर्मी की बात है। खबर तो ये है की ये मामला अमित शाह के दरबार में भी पहुंच गया है अब देखना ये है की अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मदन कौशिक की इस बेशर्मी को किस तरह से ठीक करते हैं।