देहरादून : उ्त्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सदन में गौ सरंक्षण और बुलंदशहर में हुए बवाल का मुद्दा उठा. सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही पशुपालन मंत्री रेखा आर्य को सवालों से घेरा जिसमें रेखा आर्य असहज दिखी. सबसे पहले प्रश्नकाल में विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने आवारा घूम रही गायों को सरकारी संरक्षण देने का प्रश्न उठाया सदन में उठाया. जिसपर पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश के 24 गो सदनों में संरक्षण का कार्य हो रहा है.
वहीं जीना के बाद रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल नें गौ सरंक्षण के मुद्दे को सदन में उठाया और पशुपालन मंत्री रेखा आर्य द्वारा सभी विधायकों से अपने-अपने क्षेत्रों में गौ सदन खोलने की स्थिति में सहयोग देने की बात कही. ॉ
उत्तराखंड में बुलन्दशहर की घटना घटित न हो इसके लिए सरकार क्या कर रही है.-ठुकराल
राजकुमार ठुकराल ने प्रश्नकाल के दौरान मुद्दा उठाया विधानसभा में बुलन्दशहर का मामला उठाया औऱ कहा कि उत्तराखंड में बुलन्दशहर की घटना घटित न हो इसके लिए सरकार क्या कर रही है. जिस पर रेखा आर्य ने बयान देते हुए कहा कि सरकार गौ सरंक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है.
अगर मंत्री ये जवाब दें रही है कि गौ सदन विधायक खोले तो गौ सदन को बजट कौन देगा-जीना
साफ तौर पर सत्ता पक्ष के विधायकों के सवालों से रेखा आर्य घिरती दिखी. गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित करने के बाद उत्तराखंड में गाय की दयनीय स्थिति को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया. बीजेपी सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब गाय को राष्ट्रीय माता घोषित कर दिया था तो फिर गाय सड़कों पर क्यों घूम रही है. साथ ही जीना ने कहा अगर मंत्री ये जवाब दें रही है कि गौ सदन विधायक खोले तो गौ सदन को बजट कौन देगा.
विधानसभा अध्यक्ष ने किया प्रश्न को स्थगित
वहीं विधायकों के सवाल से चारों तरफ से घिरी पशुपालन मंत्री रेखा आर्य संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्न को स्थगित कर दिया.