डोईवाला-(जावेद हुसैन)-डोईवाला के धर्मुचक खनिज चुगान घाट पर खनन कारोबारियों ने खनन नीति का जमकर विरोध किया गया। कारोबारियों का आरोप है कि कमर्शियल ट्रेक्टरों को देहरादून RTO द्वारा साढ़े 6 टन उपखनिज ले जाने की अनुमति दी गयी है. जबकि ट्रॉली में दस टन तक खनिज सामग्री को आसानी से ले जाया जा सकता है. जिससे खनन कारोबारियों को नुकसान हो रहा है और खनिज चुगान घाट पर दूरदराज से आये सैकड़ों मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट भी पैदा हो गया है।
जहां हर रोज सैकड़ों ट्रेक्टरों से खनिज चुगान का कार्य किया जाता रहा है, वहीं आज खनिज सामग्री के लिए इक्का दुक्का ट्रैक्टर ही खनिज सामग्री का उठान कर रहे हैं। इससे सरकार के राजस्व को तो हर रोज लाखों का नुकसान हो ही रहा है, साथ ही अन्य प्रदेशों से आये चुगान मजदूरों के सामने भी बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है। इन मजदूरों के पास काम न होने की वजह से अब यह मजदूर खाली हाथ अपने अपने घर लौटने को मजबूर है, पर घर जाने के लिए भी इन मजदूरों के पास किराये तक के पैसे नही है, जिसकी वजह से इन मजदूरों के सामने संकट के बादल गहराते जा रहे है।
विरोध करने वालों में मंगल सिंह, जसविंदर सिंह, वसीम अहमद, जसविंदर सिंह लवली, राहुल सिंह शाह, संजीव कुमार, सोनी, संदीप कुमार आदि खनन कारोबारी मौजूद रहे।