देहरादून : भाजपा के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री संजय कुमार पर यौन उत्पीडन का आरोप लगने के बाद जहां पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था वहीं उस वक्त निकाय चुनाव के चलते और पीड़िता के अंडर ग्राउंड होने के कारण मामला ठंडा पड़ता दिखाई दे रहा था…लेकिन एक बार फिर भाजपा संगठन सहित राजनीति के मैदान में हड़कंप मच गया है. लोक सभा चुनाव भी पास आने को ऐसे में भाजपा के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई है की करें तो क्या करें.
महिला ने पुलिस के पास अपना कराया बयान दर्ज
जी हां यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला ने आज पुलिस के पास अपना बयान दर्ज कराया है और साथ ही मीडिया को भी अपनी पीड़ा बताई जिसके बाद एक बार फिर भूचाल पैदा हो गया है. माना जा रहा है कि कल तक प्रदेश संगठन मंत्री पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है.
मकान मालिक ने किया बाहर-पीड़िता
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पीड़िता ने बताया कि उनका बयान दर्ज किया जा चुका है और मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. पीड़िता ने बताया कि डर के कारण वो अपने किराये कमरे में भी नहीं जा पा रही है क्योंकि दबाव के कारण मकान मालिक उसे कमरा खाली करने को लगातार प्रेशर डाल रहे हैं. और भी कई लोग उस पर दबाव बना रहे हैं जिस कारण उसका जीना मुहाल हो गया है.
अपने लिए नहीं पूरे सिस्टम के लिए लड़ रही-पीड़िता
पीड़िता का कहना है कि वो सिर्फ अपने लिए लड़ाई नहीं लड़ रही है बल्कि समाज में महिलाओं का उत्पीड़न करने वाले पूरे सिस्टम से लड़ाई लड़ रही है.
दर-दर भटकने को मजबूर पीड़िता, एक थाने से दूसरे थाने
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पीड़िता ने अपने बयान में ये भी कहा है कि जब वो शिकायत लेकर मामले की जांच कर रही एसपी सरिता डोभाल के पास गई तो उन्होंने धारा चौकी के प्रभारी को निर्देश देने और कार्रवाही करने की बात कही और जब वो धारा चौकी प्रभारी के पास गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये मामला लक्खीबाग चौकी है उनके क्षेत्र का नहीं…वहीं जब पीड़िता लक्खीबाग चौकी गई तो वहां के चौकी प्रभारी ने ये कहते हुए बातटाल दी की उनको किसी भी प्रकार का मामले से जुड़ा फोन नहीं आया.
पुलिस का कार्यप्रणाली पर खड़े होते हैं कई सवाल
बड़ा सवाल ये है कि क्या पुलिस पर कोई दबाव है???क्या पुलिस अधिकारी डर रहे हैं सत्ताधारी सरकार के ऐसे अपराधी के खिलाफ कार्रवाही करने से???
देखना ये होगा की बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ और महिला सुरक्षा को लेकर हमेशा मंचों से भाषण देने वाली सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है??? पीड़ित महिला का साथ देेती है या उस पर किसी तरह का दबाव बनाया जाएगा ये देखने वाली बात होगी.