चम्पावत: पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान आतंकी को मार गिराने वाले शहीद राहुल रैंसवाल की पार्थिव देह की राह उनके परिवार वाल तो तकते ही रहे। उनके गांव कनलगांव का हर परिवार, हर व्यक्ति भी उनके साथ देश के लिए कुर्बान हुए देवभूमि के लाल का इंतजार करता रहा। शहीद की पत्नी, मां, बहिनों और दूसरे रिश्तेदारों की चित्कार वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। शहीद राहुल का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंचेने वाला है। गांव के पैतृक घाट पर उनका पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनको अंतिम सलामी दी जाएगी।
राहुल के शहीद होने की खबर सुनकार उनके परिवार में मातम पसर गया। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। राहुल के पिता किसी तरह अपनी बहू को संभाल रहे हैं। अपनी बेटियों और पत्नी को संबल दे रहे हैं, लेकिन उस पिता का दर्द कौन बांटेगा, जिसने देश पर अपने लाल को कुर्बान कर दिया। वो बीच-बीच में भावुक हो उठते। आंखें भर आती, लेकिन खुद संभलते हुए परिवार के दूसरे सदस्यों को संभालने के लिए अपने आंसू पोंछ लेते। शहीद राहुल का पर्थिव शरीर कुछ घंटों में उनके गांव पहुंच जाएगा। प्रदेश सरकार की आर से परिवहन मंत्री यशपाल आर्य शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि देने शहीद के गांव जा रहे हैं।