डोईवाला- (जावेद हुसैन)- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा में विभागों के अधिकारी जनता के लिए कितनी मुस्तेैदी से कार्य कर रहे है, इसका अंदाजा तहसील दिवस में अधिकारियों के नदारद होने से लगाया जा सकता है,
डोईवाला तहसील में प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को एसडीएम की अध्यक्षता में तहशील दिवस होता है, जिसमे जनता की समस्याओं का निदान किया जाता है, पर लगता है डोईवाला में कई विभाग के अधिकारियों को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना ही नहीं है. ऐसा अंदाजा तहसील दिवस को देखकर लगाया जा सकता है, जिसमे कई विभागों के अधिकारी नदारद रहे। जिस पर कार्यवाही करते हुऐ डोईवाला एसडीएम ने तहसील दिवस में किनारा करने वाले अधिकारियों को फटकार लगाते हुवे एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
महीने के पहले मंगलवार को लगने वाले तहसील दिवस में जनसुनवाई कार्यक्रम में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहने चाहिए जिससे जनता की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण हो सके लेकिन तहसील दिवस में एक दो विभागों के अधिकारीयो के अलावा कई विभागों सिचाई विभाग, नगर पालिका, समाज कल्याण विभाग, पुलिस प्रसासन के अधिकारी अनुपस्थित रहे अधिकारियों के मौके पर ना रहने से जन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। जनसुनवाई कर रही SDM कुसुम चौहान ने अधिकारियों के ना आने पर फोन पर जमकर फटकार लगाई और एक दिन का वेतन काटने के निर्देश जारी किए वही कारण बताओ नोटिस भी जारी किया.