टिहरी में 26 अगस्त को तीन साल के सासूम के बाघने घर के बरामद से उठाकर अपना शिकार बनाया था। 11 दिन बाद भी आदमखोर बाघ नहीं पकड़ा जा सका है। जिस कारण मासूम मृतक के दादा ने अफसोस जताते हुए आत्मदाह की धमकी दी है।
11 दिन बाद भी नहीं पकड़ा गया आदमखोर गुलदार
जनपद टिहरी गढ़वाल के विकासखंड प्रतापनगर के भादूरा पट्टी के भरपुरिया गांव मैं पिछले 26 अगस्त को आदमखोर गुलदार ने एक तीन साल के बच्चे को घर के बरामदे से उठकर अपना शिकार बनाया। जिस कारण पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पूरे क्षेत्र वासियों ने गुलदार को आदमखोर घोषित करके गुलदार को मारने की मांग की है।
वन मंत्री ने लिया मामले का संज्ञान
इसका तुरंत संज्ञान लेते हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विभाग को गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया था। गुलदार को तुरंत पकड़ने का आदेश दिया। जिसके बाद वन विभाग ने अपनी टीम गांव में तैनात कर दी है और कई जगहों पर कैमरे लगा दिए गए हैं।
गुलदार को पड़कने के लिए पिंजरा भी गांव में लगाया गया है। लगातार वन विभाग की टीम दिन में भी और रात को भी गांव और गांव के आसपास गश्त कर रही है। इसके साथ ही शूटर भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही वन विभाग की गाड़ी भी क्षेत्र में लोगों को सतर्क रहने का आह्वान कर रही है। महिलाओं को अंधेरे में और दिन में भी घास पत्ती चारा आदि के लिए अकेले में जाने की हिदायत दी जा रही है।
मृतका के दादा ने वन विभाग पर लगाए लापरवाही के आरोप
लेकिन मृतका के दादा ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि 11 दिन बीत जाने के बाद भी गुलदार का ना पकड़ा जाना अफसोस की बात है।
जबकि गुलदार गांव में ही घूम रहा है और लगातार गुलदार को गांव में दिन और रात को भी देखा जा रहा है। इस सब के बाद भी गुलदार पकड़ में नहीं आ रहा है ये बड़ी चिंता का विषय है।
मृतका के दादा ने दी आत्मदाह की धमकी
मृतका के दादा ने वन विभाग को और शासन-प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही आदमखोर को नहीं पकड़ा गया तो वो आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे।
इस पर रेंजर मुकेश रतूड़ी का कहना है कि वन विभाग की टीम लगातार दिन और रात को गांव में गश्त कर रही है। विभाग द्वारा कैमरे लगाए गए हैं, पिंजरा लगाया गया है, शूटर भी गांव में तैनात है। वो गुलदार को पकड़ने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं