उधमसिंह नगर : गदरपुर के संजय नगर से प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। इलाके के ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि नवी जान ने जानकारी दी कि किच्छा की पुलभट्टा पुलिस ने महाराष्ट्र से आए 3 लोगों को पकड़कर क्वारंटीन सेंटर भेजा था, जिनका सैंपल जांच के लिए भेजा था। आज उन तीनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है जिससे हड़कंप मच गया है। वहीं इस बीच एक और हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ। जो की प्रशासन की बड़ी चूक और लापरवाही को दिखाता है।
जहां पाए गए दो कोरोना मरीज, वहीं से बिना जांच के दो को भेजा घर
प्रतिनिधि नवी जान ने बताया कि जिस क्वारंटीन सेंटर में भर्ती 3 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है उन्हीं में से 2 लोगों को बीते दिन बिना जांच के घर भेज दिया गया था। उनका कहना है कि यह एक राजनीतिक दबाव भी हो सकता है। कुछ भी हो ये प्रशासन की एक बहुत बड़ी लापरवाही है। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि बिना जांच रिपोर्ट के महाराष्ट्र के मुंबई से आए हुए 2 लोगों को घर कैसे जाने दिया गया। और फिर रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हे जानकारी दी गई कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस समेत उस कॉलोनी में पहुंची और आंकड़े लिए। कॉलोनी को सील किया गया।
कॉलोनी सील
वहीं अब पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आ गई है और दोनों टीमें युवकों के गांव पहुंची और गांव को सील कर डाटा जुटाया जा रहा है। इस पर थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने कहा कि सूचना मिलने के तुरंत बाद ही हमारे द्वारा मेडिकल टीम तथा पुलिस की टीम के साथ मिलकर कॉलोनी को सील किया गया है तथा संपर्क में आए लोगों की जांच कर क्वारन्टीन सेंटर भेजा जाएगा।
बड़ा सवाल ये है कि आखिर प्रशासन से इतनी बड़ी चूक हुई कैसे? दुनिया भर में कोरोना से लाखों मौतें हो चुकी है लेकिन क्या प्रशासन ने इसे हल्के में लिया? आखिर कैसे बिन जांट रिपोर्ट आने के य़ुवकों को घर भेजा और अगर किसी अन्य को ये संक्रमण फैला और खामियाजा भुगतना पड़ा तो इसका भुगतान कौन करेगा?