ब्यूरो- चुनाव प्रचार की आखिरी घड़ी में खटीमा की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। इस तस्वीर को बनाने में काफी हद तक बीते रोज खटीमा में हुई मारपीट की घटना भी जिम्मेदार रही, जिसने खटीमा की चुनावी फिजा पर जबरदस्त असर डाला ।
दरअसल बीते रोज कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थकों पर भाजपा प्रत्याशी पुष्कर धामी के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने के आरोप लगे हैं। धामी के कुछ कार्यकर्ता उस मारधाड़ मे चोटिल भी हुए हैं और पुलिस ने इसकी FIR भी दर्ज की है। मारपीट की इस वारदात ने खटीमा में चुनावी मुकाबला तकरीबन एक तरफा कर दिया ।
सूत्रों की माने तो खटीमा विधानसभा क्षेत्र के हर चौक चौराहे पर इस घटना की चर्चा और घटना की निंदा हो रही है। चुनावी घड़ी मे इस वारदात ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में बने माहौल में और इजाफा कर दिया है। तकरीबन-तकरीबन अब तय हो चुका है कि, कुमांऊ मंडल की खटीमा सीट कांग्रेस के हाथ से एक बार फिर फिसल चुकी है ।
गौरतलब है कि 2012 मे कांग्रेस के विजय रथ को खटीमा में पुष्कर धामी ने ही रोक कर भाजपा का फूल खिलाया था। दिलचस्प बात ये है कि नामांकन के दिन से लेकर अब तक पुष्कर के साथ जनसमूह बराबर है। उनकी हर छोटी-बड़ी सभा में जनता मोबाइल, व्हसअप और फेसबुक के जमाने मे भी उनको समर्थन देने और उन्हें सुनने के लिए बेकरार है। इससे बड़े संकेत और क्या हो सकते हैं कि, खटीमा की सियासी फिजा पुष्कर के अनकूल है।